कानपुर। बुंदेलखंड और सेंट्रल यूपी के जिलों में बाढ़ का कहर जारी है। सेना, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं। बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री बांटने के लिए सेना के हेलीकाप्टर लगाए गए हैं। इटावा में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के जाने के बाद राहत सामग्री न मिलने पर बाढ़ पीड़ितों ने लेखपाल को घेरकर हंगामा किया। कन्नौज में बुआ भतीजा और हमीरपुर में कक्षा 12वीं का एक छात्र डूब गया है। इटावा में दो दिन राहत के बाद कोटा बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से जल स्तर बढ़ने लगा है। चंबल नदी में शनिवार की रात से पानी बढ़ने की गति जारी है। पानी फिर 128 मीटर तक पहुंच सकता है। चंबल के बाद यमुना के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फिर से आफत आ रही है। बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों को निकलने के लिए अलर्ट कर दिया गया है। उधर, रविवार को प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने बढ़पुरा और चकरनगर के गांवों का दौरा किया और राहत सामग्री पहुंचाई। जरूरत से कम राहत सामग्री होने से लोगों ने हंगामा किया। औरैया में कारागार राज्यमंत्री जयकुमार जैकी ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। वहीं सैनिकों ने भरतौल, फरिहा, सिकरोड़ी सहित कई गांवों में सेना के हेलिकाप्टर से राहत सामग्री बांटी। उधर कन्नौज में रविवार को सुबह गंगा में स्नान करने गए बुआ और भतीजा डूब गए। हमीरपुर में 12वीं का एक छात्र चंद्रावल नदी में डूब गया, जिनकी तलाश जारी है। फर्रुखाबाद में गंगा में अभी भी चेतावनी बिंदु 136.60 मीटर से 20 सेमी ऊपर पानी बह रहा है। रविवार को नरौरा बांध से गंगा में 97 हजार 3 सौ 66 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं बाढ़ प्रभावित गांवों में बुखार, खांसी के मरीज बढ़ रहे हैं। कमालगंज के गांव कल्लू नगला में कटान की जद में घर आने से कुछ लोगों ने अपने मकानों को तोड़ दिया है।