वाराणसी। दो साल से एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में रामनगर के वन विभाग कार्यालय में जंजीरों में जकड़ा मिठ्ठू (हाथी) 15 जून को लकड़ी के फर्श वाले विशेष वाहन से 15 घंटों के सफर पर लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क के लिए रवाना होगा। इसके लिए काशी वन्य जीव प्रभाग की ओर से सभी तैयारियां कर ली गई हैं। बस हाथी के मालिक अशोक तिवारी के स्वस्थ होने का इंतजार है, जो पिछले दिनों कोरोना संक्रमित हो गए थे। प्रभागीय वनाधिकारी काशी वन्यजीव प्रभाग दिनेश सिंह ने बताया कि हाथी को दुधवा नेशनल पार्क ले जाने के लिए मथुरा के एक निजी संस्थान के सहयोग से भेजने की पूरी तैयारी कर ली गई। हाथी की स्वास्थ्य की जांच के लिए पशु चिकित्सक को नामित कर दिया गया है। किसी साधारण ट्रक पर हाथी को ले जाना आसान नहीं है। इसके लिए हाथी की देखभाल करने वाली संस्था ने हाथियों के स्थानांतरण के लिए एक खास वाहन बनाया है। जिसके अंदर खाने पीने की व्यवस्था का साधन, अंदर से लकड़ी के फ्लोर और बाहर से लोहे की परत, हाइड्रोलिक प्रणाली पर नियंत्रित होने वाली तमाम सुविधाएं हैं। ताकि 15 घंटों के सफर में हाथी कोई उत्पात न मचा सके। पिछले माह पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश को जंजीर में बंधे हाथी की खबर किसी ने ट्वीट की थी तो उसके बाद से ही हाथी को रिहा कराने और उसे दुधवा पार्क भिजवाने के लिए उन्होंने पहल की।