गोरखपुर। रामगढ़ताल के आसपास के क्षेत्र को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने में जुटे गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने ताल के सामने स्थित 42.5 एकड़ में फैली वाटर बॉडी के सुंदरीकरण के लिए फर्म का चयन कर लिया है। यह फर्म वर्ष 2021-22 से 2026-27 यानी पांच साल तक वाटर बॉडी की सफाई करेगी। इन पांच सालों में फर्म, जीडीए को 20 लाख रुपये भी देगी। बदले में उसे मछली पालन के साथ ही मछली के आखेट का भी अधिकार मिलेगा। जल्द ही सफाई का काम शुरू हो जाएगा। बोर्ड बैठक में इसकी जानकारी दी गई। साथ ही बोर्ड ने यह भी कहा कि फर्म के प्रोपराइटर को बुलाकर उसे कुछ और सुविधाएं दिए जाने पर भी चर्चा कर ली जाए। प्राधिकरण, फर्म को इस वाटर बॉडी में बोटिंग का भी अधिकार दे सकता है। रामगढ़ताल के पास बौद्ध संग्रहालय से सर्किट हाउस होते हुए पैडलेगंज के पास तक के क्षेत्र में करीब सात वाटर बॉडी हैं। इन्हीं में से सुंदरीकरण के लिए चयनित वाटर बॉडी सर्किट हाउस के पीछे, ऐश्प्रा समूह की ओर से विकसित किए जा रहे होटल और अंबेडकर पार्क के सामने तक फैली है। अभी वाटर बॉडी के ज्यादातर हिस्से में जलकुंभी फैली है। चयनित फर्म को इसे साफ कराना होगा। इसके बाद वह वहां मछली पालन व बोटिंग आदि शुरू करा सकती है। बता दें कि कोरोना संक्रमण शुरू होने के पहले ही जीडीए ने इस वाटर बॉडी को सुंदर बनाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया था। अब जबकि संक्रमण कम हो गया है तो जीडीए ने इसके लिए ई-टेंडर निकाला था। सर्वाधिक बोली लगाने वाली फर्म को काम सौंपा गया है। जीडीए सचिव राम सिंह गौतम ने बताया कि रामगढ़ताल के सामने स्थित वाटर बॉडी को सुंदर बनाया जाएगा। सर्वाधिक बोली लगाने वाली फर्म को काम सौंप गया है। चयनित फर्म वाटर बॉडी को सुंदर बनाने के साथ वहां मछली पालन व उसका आखेट भी कर सकेगी। बदले में उसे प्राधिकरण को करीब 20 लाख रुपये देने होंगे। जल्द ही सफाई व सुंदरीकरण का काम शुरू हो जाएगा।