हिमाचल प्रदेश। देश और हिमाचल प्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं दी जानी चाहिए। अगर हमें खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन करना है, तो स्कूल और कॉलेज के समय से ही खिलाड़ियों की तलाश शुरू करनी होगी। आगे चलकर यही खिलाड़ी देश को ओलंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में मेडल लाकर देंगे। यह बात पूर्व ओलंपियन एवं हॉकी के दिक्कत खिलाड़ी पद्मश्री चरणजीत सिंह ने अमर उजाला से बातचीत में कही। जीवन के 94वें वर्ष में प्रवेश कर चुके पूर्व ओलंपियन चरणजीत सिंह ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन पर बधाई दी। कहा कि देश के लिए यह गौरव की बात है कि हमारे खिलाड़ियों ने ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन किया है। केंद्र सरकार और खेल मंत्रालय के अलावा प्रदेश सरकारों को खेलों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करने चाहिए। खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाएं मिलने पर ही वह अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। उनके समय में तकनीक और सुविधाओं की काफी कमी होती थी। हिमाचल में हॉकी का प्रशिक्षण लेने के लिए सुविधाओं की कमी थी। इसलिए उन्हें पंजाब में प्रशिक्षण लेना पड़ा। पंजाब के गुरदासपुर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में प्रशिक्षण लिया। कहा कि सरकार को सभी प्रकार के खेलों के लिए बेहतरीन कोच तैनात करने चाहिए। ऊना में हॉकी के लिए एस्ट्रोटर्फ मैदान है। ऐसे मैदानों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। देश में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस उन्हें तराशने की जरूरत है। 1964 के ओलंपिक में देश को स्वर्ण पदक जिताने वाले ऊना जिले के चरणजीत सिंह मानते हैं कि आज के समय में सरकारें खेलों को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास कर रही हैं।