नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी महंगे पेट्रोल-डीजल से छुटकारा देने के लिए एक बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं। सोमवार को एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं अगले 2-3 दिनों में एक फाइल पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं, जिसमें कार निर्माताओं को 100 फीसदी बायो-एथेनॉल से चलने वाले इंजन बनाने के लिए कहा जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार एथेनॉल की बढ़ी हुई आपूर्ति के साथ फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाले वाहनों को जल्द से जल्द पेश करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि 100 फीसदी बायो-एथेनॉल पर चलने वाले फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों के रोलआउट के साथ ही एथेनॉल की मांग तुरंत 4 से 5 गुना तक बढ़ जाएगी। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ समय पहले बताया था कि सरकार ने पेट्रोल-डीजल की निर्भरता को कम करने के लिए नया तरीका ईजाद किया है। उन्होंने कहा था कि सरकार फ्लेक्स फ्यूल इंजन को अगले कुछ महीनों में अनिवार्य करने जा रही है। ये नियम हर तरह के वाहनों के लिए बनाया जाएगा। सभी ऑटो कंपनियों को आदेश दिए जाएंगे कि वाहनों में फ्लेक्स फ्यूल इंजन का इस्तेमाल करें। भारत में अभी सिर्फ पुणे ही इकलौता शहर है, जहां तीन एथेनॉल स्टेशन हैं। इसी साल पांच जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन E- 100 एथेनॉल डिस्पेंसिंग स्टेशन की शुरुआत की थी। विशेषज्ञों के मुताबिक, पायलट प्रोजेक्ट के तहत पुणे में कुछ एथेनॉल फ्यूल बेस्ड गाड़ियां चलाई जा रही हैं। दुनिया भर में ब्राजील में सबसे ज्यादा गन्ने की पैदावार होती है। जिसकी वजह से ब्राजील में एथेनॉल का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है। 40 साल पहले ब्राजील ने एथेनॉल पर काम करना शुरू कर दिया था और वर्तमान में ब्राजील ने तेल का आयात घटा दिया।