हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मनाली में सैलानियों की आमद में भारी कमी दर्ज की जा रही है। कोरोना को लेकर सरकार की एडवाइजरी के चलते मनाली के होटलों में एकाएक बुकिंग रद्द हो गई है। मनाली के होटलों में ताले लटकने शुरू हो गए हैं। ऐसे में मनाली होटलियरों के साथ-साथ पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे मुरझा गए हैं। मनाली में मात्र दस प्रतिशत होटलों के ही दो से चार फीसदी कमरे बुक हो रहे हैं। मनाली के होटलियर नाथू राम राणा, टेक चंद ठाकुर और राकेश शर्मा ने बताया कि बरसात के चलते अगस्त माह का पर्यटक बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। अब सरकार की एडवाइजरी के चलते पर्यटकों ने मनाली आना छोड़ दिया है। कई सैलानियों ने होटलों की बुकिंग को भी रद्द कर दिया है। मजबूरन होटलों के कमरो में ताले लगाने पड़े हैं। वहीं आगे के लिए भी बुकिंग नहीं आ रही है। होटल पिकाडली के मैनेजर सतीश चौहान, होटल स्नो वैली रिजॉर्ट के मालिक विंपी बक्शी ने बताया कि ऑनलाइन बुकिंग नहीं हो रही है। बताया कि होटल के अधिकतर स्टाफ को छुट्टी पर भेज दिया है। मनाली के माल रोड समेत सोलंगनाला, वशिष्ट, नेहरकुंड, रोहतांग दर्रा व अटल टनल रोहतांग में सन्नाटा पसरा है। मनाली के बड़े होटलों की अक्यूपेंसी दो फीसदी चल रही है। जानकारों का मानना है कि मनाली समेत देशभर में बरसात का मौसम अमूमन 15 जुलाई से शुरू होकर 15 सितंबर तक रहता है। लिहाजा सितंबर माह का दूसरा पखवाड़ा शुरू होते ही मनाली में सैलानियों की चहलकदमी बढ़ेगी। दशहरा तक कुल्लू-मनाली की वादियों में रौनक लौटेगी। मनाली होटिलियर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूपराम ठाकुर का कहना है कि पिछले दो वर्षों में कोरोना के चलते पर्यटन कारोबार काफी कम रहा है। 15 सितंबर से फिर से पर्यटन व्यवसाय के पटरी पर लौटने की आशा है। हिमांचल टैक्सी ऑपरेटर यूनियन मनाली के प्रधान पूर्ण ठाकुर ने बताया कि मनाली में पर्यटकों की संख्या प्रतिदिन घट रही है। इस कारण चार हजार टैक्सी ऑपरेटरों का काम ठप पड़ा है। वोल्वो एसोसिएशन के प्रधान अनंत सूद ने बताया कि पर्यटन सीजन में मनाली से 80 से 100 निजी वोल्वो चलती थीं। इनकी संख्या अब 10 से 15 रह गई है।