नई दिल्ली। देश भर के मेट्रो नेटवर्क की खूबियां, विस्तार और परिचालन से यात्री सुविधाओं में बदलाव की दास्तां नेशनल मेट्रो रेल नॉलेज सेंटर में देख और सुन सकेंगे। विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के नजदीक 3000 वर्ग मीटर में सेंटर के निर्माण के दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने टेंडर जारी कर दिया है। करीब 46 करोड़ की लागत से निर्माण के बाद यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगा। पीपीपी मोड पर इसे तैयार किया जाएगा। जहां देश के अलग-अलग शहरों की मेट्रो सेवाओं के इतिहास को डिजिटल माध्यमों से प्रदर्शित किया जाएगा। दिल्ली मेट्रो के सफर की शुुरुआत 12 वर्ष पहले आठ किलोमीटर के नेटवर्क से हुई थी। एक के बाद एक मेट्रो की 10 लाइनों पर मेट्रो सेवा का विस्तार 390 किलोमीटर के दायरे में किया गया। फिलहाल मेट्रो फेज-4 के तीन कॉरिडोर पर काम चल रहा है। दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क देश में सबसे बड़ा होने की वजह से सेंटर का मुख्य आकर्षण होगा। दिल्ली मेट्रो के सफर की शुरुआत से मेट्रो के ड्राइवरलेस होने तक की सभी खूबियां प्रदर्शित की जाएंगी। मेट्रो के विकास के दौरान की चुनौतियों को भी डिजिटल माध्यमों से प्रदर्शित किया जाएगा। डिजिटाइजेशन की दिशा में की जा रही इस पहल से देश की परिवहन सुविधाओं में आए तेजी से बदलावों को जीवंत रूप में पेश किया जाएगा। मेट्रो के विकास की पूरी कहानी को ऑडियो विजुअल, फिल्म, लघु कथा, फोटोग्राफ के जरिये प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही मेट्रो के क्षेत्र में हो रहे बदलावों और अनुसंधान को भी सिलसिलेवार तरीके से सूचीबद्ध किया जाएगा। यहां एक सिमुलेटर भी होगा, ताकि लोगों को मेट्रो परिचालन से जुड़ी तकनीक के अलावा डिजिटल बदलावों से मेट्रो यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं को भी आकर्षक अंदाज में प्रस्तुत किया जाएगा।