नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार को बहुत जल्द एक और सफलता मिलने वाली है। दरअसल देश की दूसरी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी सितंबर के अंत तक बाजार में आ सकती है। जायडस कैडिला की जायकोव-डी वैक्सीन दुनिया की पहली प्लाज्मिड डीएनए आधारित कोरोना वैक्सीन है और यह एक मात्र वैक्सीन है, जिसे भारत ने 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए मंजूरी दी गई है। जायडस ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ शर्विल पटेल के अनुसार वैक्सीन की कीमत तकनीक, क्षमता और वॉल्युम के आधार पर निर्धारित की जाएगी। उम्मीद है कि कीमत इसकी अन्य वैक्सीन से कम हो। उन्होंने कहा कि जायडस कैडिला की कोशिश रहेगी कि वह प्रति वर्ष वैक्सीन की 10 से 12 करोड़ डोज तैयार कर सके। सबसे बड़ी बात कि यह तीन खुराक वाली वैक्सीन है जिसे 0, 28 और 56 दिन की अवधि पर दी जाएगी।