नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने रूस के साथ 70 हजार एके-103 असॉल्ट राइफलों की खरीद के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। आपातकालीन प्रावधानों के तहत खरीदी जा रही ये राइफलें भारतीय वायुसैनिकों के पास पहले से मौजूद स्वदेश निर्मित इंसास राइफलों की जगह लेंगी। आईएएफ ने इस आपात खरीद का निर्णय अफगानिस्तान में तालिबान के हाथ लगे अमेरिकी सैनिकों के आधुनिक हथियार भारत में सक्रिय लश्कर-ए-ताइबा और जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठनों तक पहुंचने की संभावना को ध्यान में रखकर लिया है। एक सरकारी सूत्र ने बताया कि आईएएफ को इस समय 1.5 लाख से ज्यादा नई असॉल्ट राइफलों की जरूरत है। अगले कुछ महीने में इनमें से करीब 70 हजार राइफलों की संभावित डिलीवरी के बाद वायुसेना के जवान आतंकी हमलों से ज्यादा प्रभावी तरीके से निपट सकेंगे। बता दें कि आपातकालीन खरीद का प्रावधान भारतीय सेना के तीनों अंगों को अपनी युद्ध से जुड़ी तैयारियों में आने वाले अहम अंतराल को दूर करने के लिए है। इसके तहत सैन्य बल अपनी पसंद का हथियार चुनकर एक साल के अंदर डिलीवरी दिलाने वाला खरीद का सीधा तरीका चुन सकते हैं।