नई दिल्ली। दिल्ली एम्स की तर्ज पर बाकी 22 एम्स को बेहतर चिकित्सीय सेवाएं देने लायक बनाने के लिए केंद्र सरकार ने नई योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत सरकार सबसे पहले दिल्ली एम्स के डॉक्टरों का ट्रांसर्फर करने जा रही है, जो अन्य एम्स में जाकर वहां दिल्ली जैसी सेवाएं विकसित करेंगे। साथ ही वहां की फैकल्टी को दिल्ली एम्स बुलाया जाएगा। इनके अलावा सभी एम्स को लेकर एक रिसर्च टीम भी तैयार होगी जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय अनुसंधान को बढ़ावा देने पर काम करेगी। दिल्ली एम्स को आदर्श मॉडल रखते हुए सरकार ने उत्तर प्रदेश, बिहार, ओड़िशा, मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ इत्यादि राज्यों में खुल रहे 22 एम्स को एक साथ लाने की योजना बनाई है। स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार आगामी दिनों में एम्स को लेकर सरकार कई अहम बदलाव करने जा रही है जिनमें से एक डॉक्टरों का ट्रांसर्फर भी है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से सलाह लेने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आगामी वर्ष 2024 से पहले राज्यवार एम्स को बेहतर बनाने की योजना पर जोर देना शुरू कर दिया है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देश भर के एम्स को लेकर नए बदलावों पर तैयारी काफी तेजी से चल रही है। इन संस्थानों के बीच न सिर्फ डॉक्टर व चिकित्सीय छात्रों का आवागमन रहेगा बल्कि यहां चिकित्सीय अनुसंधान को लेकर भी खास ध्यान दिया जाएगा। हर विभाग के एक वरिष्ठ डॉक्टर का चयन होगा और उसकी निगरानी में संबंधित विभाग से जुड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर के अध्ययन किए जाएंगें। बहरहाल सरकार के इन नए बदलावों की खबर एम्स के डॉक्टरों को भी लग चुकी है जिसके बाद डॉक्टरों में कई तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं।