नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को 18वें आसियान-भारत सम्मेलन को वीडियो लिंक के जरिये संबोधित करेंगे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच सामरिक साझेदारी की समीक्षा होगी। साथ ही कोरोना के बाद आर्थिक सुधारों के चलते व्यापार और निवेश के क्षेत्र में हुई प्रगति पर चर्चा होगी। 18वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन कोरोना महामारी, अंतर्राष्ट्रीय विकास, व्यवसायों और अन्य मुद्दों पर केंद्रित होगा। इसके साथ ही सम्मेलन में रणनीतिक साझेदारी की स्थिति की समीक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और वाणिज्य, कनेक्टिविटी और शिक्षा व संस्कृति सहित प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति पर चर्चा होगी। कोरोना महामारी के बाद आर्थिक सुधार सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास पर भी मंथन होगा। पीएमओ ने कहा कि आसियान-भारत शिखर सम्मेलन हर साल आयोजित होता है और इसके जरिए भारत व आसियान को उच्चतम स्तर पर जुड़ने का अवसर मिलता है। नवंबर 2020 में आयोजित 17वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भी पीएम मोदी ने शिरकत की थी। पीएमओ ने जानकारी दी कि आसियान-भारत सामरिक साझेदारी भौगोलिक, ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों की एक मजबूत नींव पर खड़ी है। आसियान हमारी एक्ट ईस्ट नीति और भारत-प्रशांत के हमारे व्यापक दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण है। 2022 में आसियान-भारत संबंधों के 30 वर्षों को इंगित करेगा। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अगस्त 2021 में आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की बैठक और ईएएस विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया था।