रिलेशनशिप। लाइफ एंजॉय करने के लिए प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ दोनों का ठीक ढंग से चलना बेहद जरूरी है। वर्तमान में लोग प्रोफेशनल लाइफ में इस कदर उलझ गए हैं कि उनकी पर्सनल लाइफ प्रभावित हो रही है। कई बार कामकाजी जीवन उनके रिश्ते और परिवार में बाधा भी बन जाता है। प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को बैलेंस करना जरूरी है।
जो लोग ऐसा करने में नाकाम हो जाते हैं उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लाइफ को ईजीगोइंग बनाने के लिए मैजेजमेंट और समझदारी की आवश्यकता होती है। यदि सभी कामों की सही प्लानिंग की जाए तो प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों लाइफ को बैलेंस किया जा सकता है। आइए जानते हैं लाइफ को बैलेंस करने के आसान टिप्स-
टाइम को करें मैनेज:-
टाइम मैनेजमेंट प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों लाइफ के बीच बैलेंस बनाने में अहम भूमिका निभाता है। प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को ईजी बनाने के लिए टाइम टेबल के अनुसार काम को मैनेज किया जा सकता है। खासकर महिलाओं को प्रोफेशनल काम के चक्कर में कई घरेलू जिम्मदारियों को छोड़ना पड़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि टाइम के अनुसार चीजों को प्राथमिकता दें। जैसे ऑफिस का काम शुरू करने से पहले घर के सभी जरूरी कार्यों को निपटा सकती हैं। इससे ऑफिस के बीच में घर के काम करने से बचा जा सकता है।
बनाएं डेली शेड्यूल:-
घर और ऑफिस के काम सही ढंग से पूरे हो पाएं इसके लिए निश्चित डेली शेड्यूल बनाया जा सकता है। इसके तरत सुबह से रात तक के कामों को प्राथमिकता के अनुसार रखा जाना चाहिए। जैसे खाने, सोने, वॉक करने, ऑफिस का काम और घर के कामों का शेड्यूल फिक्स होना चाहिए जिससे समय पर सभी कामों को निपटाया जा सके।
ले सकते हैं मदद:-
प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ के बीच बैलेंस बनाए रखने के लिए किसी दूसरे की मदद ली जा सकती है। महिला या पुरुष जो भी घर और बाहर की जिम्मेदारी निभाते हैं उन्हें हेल्पिंग हैंड की मदद लेनी चाहिए। घर में हेल्पिंग हैंड या केयर टेकर होने से कई काम आसान हो सकते हैं और घर में किसी काम को लेकर तनाव भी नहीं होगा। यदि हेल्पिंग हैंड की सुविधा न हो तो घर के सदस्यों के बीच काम को बांटा जा सकता है। ऐसे में घर और ऑफिस दोनों के कामों को सुचारू ढंग से खत्म किया जा सकता है।
कुछ समय का लें ब्रेक:-
कई बार जिम्मेदारियों को निभाने के चक्कर में खुद के लिए वक्त ही नहीं मिल पाता। ऐसे में कुछ समय के लिए ब्रेक लेना भी जरूरी होता है। ब्रेक लेने से प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को मैनेज करने के बारे में प्लानिंग की जा सकती है साथ ही माइंड को फ्रेश किया जा सकता है। क्योंकि तनावमुक्त व्यक्ति ही बेहतर मैनेजमेंट कर सकता है।