नई दिल्ली। बीजेपी ने मंगलवार को ‘कांग्रेस फाइल्स’ शीर्षक से अपनी सीरिज का तीसरा एपिसोड जारी किया। तथा इस एपिसोड में BJP ने वर्ष2012 के कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले पर अपना फोकस किया है। बीजेपी ने इस तीसरी कड़ी में यूपीए सरकार पर 2012 के घोटाले के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया गया है। बीजेपी द्वारा कहा गया, ‘जब मनमोहन सिंह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने कई वादे किए थे, लेकिन कांग्रेस के घोटालों ने तब सुर्खियां बटोरीं।’ रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने कहा कि ‘इस घोटाले का सबसे दिलचस्प हिस्सा यह था कि 2004 से 2009 तक कोयला विभाग तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह और शिबू सोरेन के अधीन था. वह वही प्रधानमंत्री थे जो रिमोट कंट्रोल पर काम करते थे।’
बीजेपी ने सोमवार को ‘कांग्रेस फाइल्स’ की दूसरी कड़ी जारी किया था। जिसमें एक पेंटिंग के नाम पर कथित तौर पर जबरन वसूली और पद्म भूषण के वादे को भी उठाया गया है।इस दूसरे एपिसोड में एफएटीएफ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बीजेपी ने प्रवर्तन निदेशालय को दिए गए यस बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर के बयान को पेश किया। जिसमें राणा ने दावा किया था कि ‘उन्हें प्रियंका गांधी वाड्रा से 2 करोड़ रुपये में एमएफ हुसैन की पेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर किया गया था। इसके साथ ही उनको देश के शीर्ष नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म भूषण को देने का भी वादा किया गया था।’
बीजेपी के बयान में राणा कपूर को कहा गया कि ‘पेंटिंग खरीदने के लिए उन्हें प्रियंका गांधी वाड्रा को संदेश लिखने के लिए मजबूर किया गया था।’बीजेपी के बयान में यह दावा किया गया कि‘इस पैसे का इस्तेमाल कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के इलाज के लिए किया जाएगा । जबकि कांग्रेस ने इन दावों को राजनीतिक प्रतिशोध बता चुकी है। कांग्रेस ने राणा कपूर और ईडी की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए।