डिग्री पाकर खिले 5317 छात्र-छात्राओं के चेहरे

उत्तराखंड। ग्राफिक एरा विवि के 10वें दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय से वर्ष 2019, 20 और 21 में पासआउट होने वाले 5317 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान गईं। इसके साथ ही 99 टॉपर्स को गोल्ड मेडल दिए गए। दीक्षांत समारोह में 98 सिल्वर और 91 ब्रांज मेडल भी दिए गए। समारोह में 32 शोधकर्ताओं को इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और अन्य विषयों में शोध कार्य के लिए पीएचडी की उपाधि दी गई। साथ ही सुपर स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि दी गई। परमार्थ निकेतन के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और वानिकी विशेषज्ञ डॉ जेपी चंद्रा को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया। ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने कहा कि 28 साल पहले ट्रांसफोर्मिंग ड्रीम्स इन टू रियल्टी के रूप में जिस मिशन की शुरूआत की थी, हर साल हजारों युवाओं के सपनों को हकीकत में बदल कर हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं। कुलपति डॉ राकेश कुमार शर्मा ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के साथ ही नव उपाधि धारकों को शपथ दिलाई। चांसलर डॉ. आरसी जोशी ने नए उपाधिधारकों को विश्वविद्यालय का अंबेसडर बताया। दीक्षांत समारोह का संचालन डॉ. एमपी सिंह ने किया। वहीं, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के चेयरमैन डॉ. अनिल डी. सहस्रबुद्धि ने कहा कि उत्तराखंड में अटल नवाचार अकादमी बनेगी। इसके लिए देहरादून से लगभग 25 किलोमीटर दूर विकासनगर की तरफ जमीन की तलाश की गई है। राज्य सरकार से इसके लिए बात चल रही है। इस अकादमी में उच्च शिक्षा में शोध कार्यों और नवाचार को बढ़ावा दिया जाएगा। कहा कि पढ़ाई में गोल्ड मेडल पाने वाले 99 विद्यार्थियों में 61 युवतियों का होना यह दर्शाता है कि भारत में मातृशक्ति जागरूक हो रही है। इसके माध्यम से भारत दोबारा विश्वगुरु बनने की राह पर बढ़ रहा है।उन्होंने युवाओं से देश को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही देश की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने में योगदान देने का आह्वान किया। साइना नेहवाल ने डेनमार्क में मैच होने के कारण न आ पाने का जिक्र करते हुए वहां से भेजे संदेश में ग्राफिक एरा से जुड़ने पर आभार जताया। उनकी ओर से मैनेजमेंट बोर्ड की वरिष्ठ पदाधिकारी राखी घनशाला ने मानद उपाधि प्राप्त की। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि जिंदगी को आप जैसी बनानी चाहो, यह वैसी बन जाती है। उन्होंने कहा कि आज इंटरनेट को इनरनेट से जोड़ने की जरूरत है। जिंदगी में कम्प्यूनिकेशन, कनेक्शन और कम्पैशन बहुत जरूरी हैं। हॉकी खिलाड़ी रुपिंदर पाल सिंह ने कहा कि यह समय युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका देने का है। मैंने भारतीय टीम के 11 ए साइड फार्मेट हॉकी से संन्यास लिया है। फाइव ए साइड फार्मेट की हॉकी खेलता रहूंगा। राजनीति में आने की कोई योजना नहीं है। हॉकी टीम का कोच बनने और अकादमी खोलकर प्रतिभाओं को तराशने की योजना पर काम कर रहे हैं। उत्तराखंड में खेल और खिलाड़ियों में बहुत संभावनाएं हैं। जरूरत उन्हें तराशे जाने की है। युवाओं की दिलचस्पी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने समारोह स्थल के पास पांच सैल्फी प्वाइंट बनाये थे। सेल्फी लेने के लिए पूर्व छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके परिजनों की भी भीड़ रही।इनमें से ज्यादातर का प्लेसमेंट हो चुका है, कई उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

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