रिलेशनशिप। शादी का रिश्ता एक कच्चे धागे की तरह होता है। दो अनजान व्यक्ति एक दूसरे से नये-नये परिचित होते हैं और उन्हें आगे की ज़िंदगी साथ-साथ गुजारनी होती है। शादी भी यूं एक झटके में नहीं हो जाती है, उसकी भी अपनी रस्में हैं कुछ रिवाज़ हैं। शादी के पहले सगाई का रिवाज़ भी बहुत प्रचलित है।
सगाई के बाद शादी तक लड़का-लड़की एक दूसरे के मंगेतर (Fiance) कहलाते हैं लेकिन पति-पत्नी नहीं। ज़ाहिर है यह बहुत ही नाज़ुक दौर होता है। इस समय की गई जरा सी व्यावहारिक गलती आपके रिश्ते पर बुरा असर डालती है। यहां तक कि बात शादी से पहले ही ख़त्म भी हो सकती है। इसलिये हमें सगाई से शादी तक के बीच के समय को बहुत सावधानी से बिताना चाहिये और कोई गलती नहीं करनी चाहिये। आइये जानते हैं इनके बारे में-
हुक्म देने की भाषा का इस्तेमाल कभी न करें:-
अक्सर देखने में आता है कि लड़के सगाई के बाद से ही अपनी मंगेतर पर हुक्म चलाना शुरू कर देते हैं, इसका उल्टा भी दिखता है पर यह आपसी रिश्ते के लिये कभी अच्छा नहीं होता है। वास्तव में हमें कभी भी अपने आपको किसी पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिये, क्योंकि इससे प्रेम नहीं रहता सिर्फ मजबूरी ही बचती है।
इसलिये रिश्ते में हर व्यक्ति को उसका अपना स्पेस दें। ख्याल रखें कि शादी के रिश्ते हमेशा आपसी तालमेल से ही चलते हैं। इसलिये हमें कभी भी एक-दूसरे पर हावी होने की कोशिश नहीं करनी चाहिये। इससे रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। खासतौर पर मंगनी से शादी के बीच वाले नाजुक दौर में तो इस बात का खास ख्याल रखना ही चाहिये।
ज्यादा मिलने-जुलने से बचें:-
ज्यादा मिलने-जुलने से बातें और इश्यूज़ भी ज्यादा होंगे। साथ ही शुरू-शुरू में ही ज्यादा मिलना-जुलना बढ़ा देने से यह भी हो सकता है कि बिना एक-दूसरे को कायदे से समझे हुये ही कोई बात दोनों के बीच कलह की वजह बन जाये। इसलिये मंगनी से शादी के बीच के संवेदनशील दौर में रिश्तों को उनकी सहज गति से ही आगे बढ़ने दें और आपस में बहुत ज्यादा मिलने-जुलने से बचें।
फ्लर्टिंग छोड़ दें:-
बहुत से लोगों में अक्सर फ्लर्ट करने की आदत होती है और सगाई के बाद भी नहीं जाती। पर हमें याद रखना चाहिये कि यह आदत आपकी मंगेतर की नजरों में आपको पूरी तरह गिरा सकती है। ऐसे में वह हमेशा के लिये आपसे मुंह मोड़ सकती है। आपकी फ्लर्ट की आदत आपके रिश्ते के लिये बहुत घातक सिद्ध हो सकती है इसलिये सगाई के बाद इस आदत से जल्द बाहर निकलें।
एक-दूसरे का सम्मान करें:-
एक-दूसरे की हर भावना को तवज्जो देना सीखें। कोशिश करें कि आपके किसी व्यवहार से आपके पार्टनर का आत्मसम्मान न आहत होने पाये। इन बातों का ख्याल रखते हुये ही आप अपने रिश्ते को मजबूती दे पायेंगे। फिर वह मंगनी से शादी के बीच का नाज़ुक वक़्त हो या उसके बाद की सारी ज़िंदगी।