नई दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पीएम मोदी ने 5G नीलामी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने दूरसंचार विभाग के 5G नीलामी के प्रस्ताव को 20 साल के लिए मंजूरी दे दी है। DoT के प्रस्ताव के अनुसार भारत में जुलाई 2022 के आखिरी में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी होगी। भारत में जल्द ही 5G नेटवर्क को कॉमर्शियल रोलआउट कर दिया जाएगा।
इन फ्रिक्वेंसी बैंड की होनी है निलामी:-
दूरसंचार विभाग की ओर से 72.097.85 MHz स्पेक्ट्रम को जुलाई में नीलामी के लिए पेश किया जाएगा। साथ ही कई अन्य फ्रिक्वेंसी बैंड भी नीलामी के लिए पेश होने हैं। इसमें लो-फ्रिक्वेंससी बैंड्स 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz शामिल हैं। साथ ही मिड बैंड्स 3300 MHz की नीलामी की जाएगी। इसके अलावा हाई फ्रिक्वेंसी बैंड 26 GHz को भी नीलामी के लिए रखा जाएगा।
4G के मुकाबले मिलेगी 10 गुना फास्ट स्पीड :-
ऐसी उम्मीद है कि मिड और हाई फ्रिक्वेंसी बैंड्स को टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की तरफ से 5G टेक्नोलॉजी बेस्ड सर्विस के लिए रोलआउट किया जाएगा। 5G सर्विस 4G के मुकाबले 10 गुना फास्ट होगी।