हेल्थ। दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है, इसमें शरीर के लिए आवश्यक ज्यादातर पोषक तत्व समाहित होते हैं। इसी वजह से स्वास्थ्य विशेषज्ञ हर किसी को नियमित रूप से दूध के सेवन की सलाह देते हैं। लेकिन सामान्य दूध की तुलना में गोल्डन मिल्क का सेवन करना और भी कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। गोल्डन मिल्क यानी हल्दी वाले दूध को विशेषज्ञ कई प्रकार से शरीर के लिए लाभकारी मानते हैं। इसे पोषण का पावरहाउस माना जाता है यह शरीर को संक्रमण से मुक्त रखने के साथ कई प्रकार की बीमारियों से भी सुरक्षित रखता है।
हल्दी वाले दूध का सेवन शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाकर सर्दी-खांसी, पेट की खराबी और फ्लू सहित कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम कर सकता है।
दूध में एक चुटकी हल्दी पाउडर मिलाकर इसका सेवन करना विशेष लाभप्रद होता है। जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है उन्हें हल्दी वाले दूध के सेवन से लाभ मिल सकता है। कुछ अध्ययन इस बात की भी पुष्टि करते हैं कि हल्दी वाले दूध का सेवन करके ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते इससे शरीर को होने वाले फायदों के बारे में –
अच्छी नींद के लिए करें सेवन:-
गोल्डन मिल्क का सेवन करना अच्छी नींद पाने में मदद करता है। सोने से पहले एक गिलास गर्म हल्दी वाला दूध पीने से अच्छी नींद आने में मदद मिल सकती है। अगर आप अनिद्रा के शिकार हैं या रात में कई बार जाग जाते हैं तो इस तरह की समस्याओं को दूर करने में हल्दी वाले दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है। हल्दी वाला दूध आंतरिक चोट या सूजन को भी ठीक करता है और शरीर को आराम दिलाने में सहायक है।
डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद:-
गोल्डन मिल्क में मौजूद तत्व डायबिटीज के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं। अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए इसमें अदरक और दालचीनी मिलाकर सेवन किया जा सकता है। प्रतिदिन 1-6 ग्राम दालचीनी फास्टिंग शुगर के स्तर को 29% तक कम कर सकती है। इसके अलावा, दालचीनी इंसुलिन प्रतिरोध को कम कर देती है। डायबिटीज के शिकार लोगों के लिए हल्दी वाले दूध का सेवन करना फायदेमंद होता है।
इंफ्लामेशन और गठिया में लाभकारी:-
हल्दी वाले दूध में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। क्रोनिक सूजन, मेटाबोलिक सिंड्रोम, अल्जाइमर और हृदय रोग सहित कई बीमारियों के जोखिम को कम करने में इसका सेवन करना विशेष लाभकारी हो सकता है। जिन लोगों को गठिया की समस्या होती है उन्हें इस गोल्डन मिल्क के सेवन से लाभ प्राप्त हो सकता है। शोध से पता चलता है कि अदरक, दालचीनी और करक्यूमिन (हल्दी में मौजूद एक्टिव कंपाउंड) में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभावों के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
मस्तिष्क रहता है स्वस्थ:-
गोल्डन मिल्क हमारे दिमाग के लिए भी अच्छा होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि करक्यूमिन, ब्रेन-ड्राइब्ड न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर (बीडीएनएफ) के स्तर को बढ़ा देता है। बीडीएनएफ एक यौगिक है जो हमारे मस्तिष्क को नए कनेक्शन बनाने और मस्तिष्क कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। बीडीएनएफ के स्तर में कमी अल्जाइमर रोग के जोखिम को बढ़ा देती है।