वाराणसी। इस बार मथुरा जेल में तैयार हर्बल गुलाल बाबा विश्वनाथ को अर्पित किया जाएगा। 3 मार्च को रंगभरी एकादशी पर निकलने वाली माता गौरा की पालकी यात्रा में भी यही गुलाल उड़ाया जाएगा। काशी में होली की शुरूआत होगी। इससे श्री काशी विश्वनाथ के गौने का उत्सव खास हो जाएगा। मंदिर के पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी ने रंगभरी एकादशी पर नई पहल की है। पालकी यात्रा को और खास बनाने के लिए मथुरा जेल में बंद छह कैदियों से खास गुलाल तैयार कराया जा रहा है। यह गुलाल अरारोट में सब्जियों को मिलाकर बनाया जा रहा है। अरारोट में पालक, मेथी और चुकंदर पीसकर डाला जा रहा। इससे अलग-अलग रंग के गुलाल तैयार हो रहे हैं।
लाल रंग व हल्दी पाउडर की मदद से पीला गुलाल तैयार किया जा रहा है। खुशबू के लिए इत्र भी मिलाया जा रहा है। पूर्व महंत ने बताया कि बाबा और माता गौरा के गौने पर निकलने वाली पालकी पर हर वर्ष हजारों कुंतल गुलाल उड़ाए जाते हैं। मथुरा जेल में बन रहे गुलाल को लाने की जिम्मेदारी संजीव रत्न मिश्र सहित दो सदस्यों को दी गई है। दोनों मथुरा के जेल अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह से मिलकर रंगभरी एकादशी के से पहले गुलाल लाने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। गुलाल ईको फ्रेंडली है। यह त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। इसकी मदद से कैदियों को स्वावलंबी बनाया जा रहा है। बता दें कि मथुरा जिला कारागार में कौशल विकास मिशन के तहत कैदियों को प्रशिक्षण दिलाकर गुलाल तैयार कराया जा रहा है।
बनारस की फेटा पगड़ी पहनेंगे वृंदावन के बांके बिहारी :-
वृंदावन बांके बिहारी जी वाराणसी में तैयार फेटा पगड़ी पहनकर फागुनोत्सव में भक्तों को दर्शन देंगे। काशी से पहली बार बांकेबिहारी को फागुन उत्सव पर पगड़ी भेजी गई है। श्री काशी विश्वनाथ की पगड़ी सजाने वाले परिवार ने इसे तैयार किया और रविवार को इसे लेकर मथुरा रवाना हो गए।