अवैध तौर पर लगाए गए मोबाइल टावरों पर शिकंजा कसेंगा दक्षिणी निगम
नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) क्षेत्र में अवैध तौर पर संचालित हो रहे 1200 मोबाइल टावरों पर जल्द ही गाज गिरने वाली है। दक्षिणी निगम ने इनकी पहचान करने के बाद संपत्ति मालिकों और दूरसंचार कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। दक्षिणी निगम के अधिकारियों के मुताबिक अवैध तौर पर संचालित होने वाले प्रतिष्ठानों पर भारी जुर्माना लगाया है। कई कॉलोनियों में अवैध तौर पर लगे मोबाइल टावर की बढ़ती शिकायतों के बाद ऐसे प्रतिष्ठानों की पहचान के लिए सर्वेक्षण के दौरान अवैध मोबाइल टावरों की पहचान हुई है। दक्षिणी निगम के मेयर मुकेश सूर्यान ने कहा कि ऐसे किसी भी अवैध मोबाइल टावर को बख्शा नहीं जाएगा। बगैर मंजूरी लगाए गए टावरों पर जुर्माना लगाया जाएगा। अब तक के सर्वेक्षण में ऐसे 1,190 अवैध मोबाइल टावरों की पहचान हो चुकी है। पहले ही 390 अवैध टावरों के खिलाफ जुर्माना लगाया जा चुका है और शेष करीब 800 प्रतिष्ठानों पर भी जुर्माना लगाया जाएगा। महापौर ने कहा कि ये जुर्माना न केवल टेलीकॉम कंपनी या ठेकेदार के खिलाफ बल्कि संपत्ति मालिक को भी जारी किया जाता है। इस तरह की अवैध गतिविधियों के लिए सभी पक्ष बराबर के जिम्मेदार हैं। मोबाइल टावर लगाने से पहले अगर इजाजत नहीं ली गई है तो नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूला जाएगा।