Independence Day 2024: आज पूरा देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया. इस खास मौके पर पक्ष-विपक्ष के नेताओं सहित 6 हजार खास मेहमान भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में महिला सुरक्षा, देश के विकास, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार सहित तमाम मुद्दों को उठाते हुए सख्त संदेश दिया.
सजाओं के बारे में खबरें अब सामने आना जरूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों की तुरंत जांच हो. कृत्य करने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जाए. जब ऐसी राक्षसी मनोवृत्ति को सजा होती है तो वह नजर नहीं आती, कोने में कहीं पड़ी रहती है. ऐसे राक्षसी कृत्य करने वालों को होने वाली सजाओं के बारे में खबरें अब सामने आना जरूरी है, ताकि लोगों को पता चले कि ऐसे कृत्यों का क्या परिणाम होता है.
मालूम हो कि हाल ही में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले पर देश में लगातार विवाद गहराता जा रहा है. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और छात्र सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
महिलाओं का हम दमखम देख रहे, मगर…
उन्होंने कहा, ‘महिलाओं का हम दमखम देख रहे हैं. लेकिन दूसरी ओर कुछ चिंता की बातें भी आती हैं और आज मैं लाल किले से एक पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं. एक समाज के नाते हमें गंभीरता से सोचना होगा. हमारी माताओं-बहनों, बेटियों के प्रति अत्याचार हो रहे हैं. उसके प्रति देश का आक्रोश है, जनसामान्य का आक्रोश है. इस आक्रोश को मैं महसूस कर रहा हूं. इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा.
राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो. राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो. वो समाज में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है. जब महिलाओं पर दुष्कर्म जैसे अत्याचार की घटनाएं घटती हैं तो उसकी बहुत चर्चा होती है, बहुत प्रचार होता है, मीडिया में छाया रहता है. लेकिन जब ऐसे विकृत मनोवृत्ति के व्यक्ति को सजा होती है तो खबरों में नजर नहीं आती है, कोने में कहीं पड़ा होता है.
पाप करने वालों में डर पैदा हो
उन्होंने कहा कि अब समय की मांग है कि जिनको सजा होती है, उसकी व्यापक चर्चा हो ताकि ऐसा पाप करने वालों में डर पैदा हो कि पाप करने वालों की ऐसी हालत होती है, फांसी पर लटकना पड़ता है. मुझे लगता है कि डर पैदा करना बहुत जरूरी है. पीएम मोदी ने कहा कि देश में महिलाओं के साथ बर्बरता हो रही है, उन पर अत्याचार हो रहे हैं. राज्य सरकारों से, शासन-प्रशासन से अपील करता हूं कि वो ऐसे उदाहरण पेश करें कि कोई भी किसी महिला के साथ ऐसा करने की हिमाकत नहीं कर सके. दुष्कर्म जैसा पाप करने वाले को फांसी की सजा हो ताकि कोई ऐसा करने की सोचे तो उसे मालूम हो कि जीवन से हाथ धोना होगा.
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