नई दिल्ली। सांस्कृतिक संस्थानों के रूप में संग्रहालयों के महत्व को बनाए रखने के लिए 18 मई को अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य समाज में संग्रहालयों की भूमिका और शिक्षा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और विरासत संरक्षण में उनके योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। वैसे ही दुनिया के विकास के लिए इतिहास को याद रखना बेहद ही आवश्यक है। वहीं अपनी संस्कृति, परंपरा, ऐतिहासिक दिन, लोग और धरोहरों को संभालकर रखना चाहिए, ताकि विकास का सही मार्ग तलाश सकें। इसी जरूरत को समझते हुए दुनियाभर के देश अपनी संस्कृति, परंपरा और ऐतिहासिक महत्व रखने वाली अतीत की स्मृतियों के अवशेषों और कलाकृतियों को एक सुरक्षित स्थान पर संरक्षित रखते हैं। इसे संग्रहालय कहा जाता है। संग्रहालय अतीत की स्मृतियों और लोगों को इतिहास तक पहुंचने में बेहद ही मदद करता है। यानी की संग्रहालय हमें इतिहास से जोड़ता है। अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस व्यक्तियों को विविध समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की सराहना करने, आजीवन सीखने और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करते हुए समझ और संवाद को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
संग्रहालय दिवस का इतिहास
इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ म्यूजियम ने पहली बार संग्रहालय दिवस मनाने का का सोचा था। तथा 1977 में इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई। उसके बाद हर साल 18 मई को अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया जाने लगा। वहीं 2009 तक संग्रहालय दिवस को 90 से अधिक देशों में मनाया जाने लगा था। इस समय अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस में हिस्सा लेने वाले देशों की संख्या 129 पहुंच गई। बता दें कि दुनियाभर में करीब 30000 से अधिक संग्रहालय हैं।
वहीं आपको जानकारी के लिए बता दें कि इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ म्यूजियम (आईकॉम) एक ऐसा संगठन है, जिसका मुख्य कार्य ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की चीजों को संजोकर रखना है। दुनियाभर में आईकॉम की 31 अंतरराष्ट्रीय समितियां हैं। इसके अलावा आईकॉम अहम वस्तुओं की अवैध तस्करी की रोकथाम का भी कार्य करता है। साथ ही आपातकालीन स्थिति में संग्रहालयों को मदद भी मुहैया कराता है।
इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2023 की थीम
प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस की एक थीम तय होती है, इसका निर्णय इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ म्यूजियम के द्वारा किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2023 की थीम ‘संग्रहालय स्थिरता और भलाई’ रखी गई है।