वास्तु। नया साल शुरू होते ही लोग घर से पुराना कैलेंडर हटा कर नया कैलेंडर लगाते हैं। अक्सर लोग नया कैलेंडर खरीदते समय तारीख, व्रत,त्योहार और छुट्टी को ही ध्यान में रखते हैं। वास्तु शास्त्र में कैलेंडर को लेकर कई खास नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी माना जाता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि नया कैलेंडर लाते समय कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए तो ये घर में नकारात्मकता ला सकता है। ऐसे में यदि आप भी साल 2023 का कैलेंडर खरीदने की सोच रहे हैं तो वास्तु के कुछ नियमों को जरूर ध्यान में रखें। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में-
इन रंगों का कैलेंडर होता है शुभ:-
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हरा, नीला, सफेद, गुलाबी और लाल रंग के कैलेंडर को घर में लगाना शुभ माना गया है।
कैलेंडर के साथ न लगाएं ऐसी तस्वीरें:-
वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस बात का विशेष ख्याल रखें कि घर में जिस जगह पर कैलेंडर लगा रहे हैं, वहां युद्ध, खून-खराबे का दृश्य, पतझड़, सूखे पेड़ या अवसाद से जुड़ी तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
पुराने कैलेंडर के ऊपर न लगाएं नया कैलेंडर:-
पुराने कैलेंडर के ऊपर कभी भी नया कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए। वास्तु के अनुसार, माना जाता है कि ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। वहीं यदि कैलेंडर फट गया है तो उसे तुरंत घर से निकाल फेंकना चाहिए।
घर की इस दिशा में लगाएं कैलेंडर:-
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कैलेंडर को हमेशा पूर्व दिशा, पश्चिम दिशा और उत्तर दिशा में ही लगाना चाहिए। कैलेंडर को पूर्व दिशा में लगाने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। वहीं पश्चिम दिशा में लगा कैलेंडर जरूरी कार्यों में तेजी लाता है। उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा कहा जाता है। ऐसे में इस दिशा में कैलेंडर को लगाने से धन लाभ मिलता है।
इस दिशा में न लगाएं कैलेंडर:-
वास्तु शास्त्र की मानें तो कैलेंडर को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। मान्यता है कि इससे घर के सदस्यों पर बुरा असर होता है।