बच्चों के नाम पर पीपीएफ अकाउंट खुलवाने के हैं कई फायदे…
नई दिल्ली। पब्लिक प्रोविडेंट फंड बचत के लिए बहुत ही अच्छी योजना है। इस स्कीम में पैसों की सुरक्षा और अच्छी ब्याज दर के साथ अच्छा मुनाफा भी मिलता है। इस योजना में निवेश की राशि और मिलने वाले ब्याज पर टैक्स की छूट भी दी गई है। अगर आप अपने बच्चे का भी पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहते है अब ये आसानी के साथ खोला जा सकता है। किसी भी उम्र के बच्चे का पीपीएफ अकाउंट खोला जा सकता है। बच्चे के बड़े होने तक खाते में अभिभावक निवेश करेंगे। बच्चा 18 साल की आयु पूरी कर लेने के बाद खुद भी खाते में जमा कर सकता है। जब बच्चा खुद से बचत करके पैसे जमा करेगा तो वो पैसों की अहमियत भी समझेगा। इससे बच्चे के आने वाले भविष्य में पैसों की जरूरत को पूरा किया जा सकता है। पीपीएफ अकाउंट कैसे है फायदेमंद:- पीपीएफ में जो भी निवेश किया जाता है, वो लंबे समय के लिए किया जाता है। इसमें निवेश करने की समय सीमा 15 साल की होती है। यदि अभिभावक बच्चे के शुरुआती समय में ही इस योजना को लेते है तो भविष्य में अच्छा रिटर्न मिलता है। मान लीजिये की यदि बच्चा 3 वर्ष का है और बच्चे के नाम से 15 साल के लिए पीपीएफ अकाउंट खोला जाता है। अब जब बच्चा 3+15 =18 साल का होगा तब इस पीपीएफ पर बहुत अच्छा रिटर्न मिलेगा। जो इसके पढाई लिखाई, अन्य जरूरतों में काम आ सकता है। बढ़ सकती है पीपीएफ अकाउंट की समय सीमा:- इस स्कीम में सबसे अच्छी बात यह है की निवेशक इसकी समय सीमा को बढ़ा सकते हैं। अगर आपने पांच साल के लिए पीपीएफ अकाउंट खुलवाया है तो और आप इसकी समय सीमा को बढ़ाना चाहते है, तो ऐसा हो सकता है। अब निवेशक चाहे तो बढ़ी हुई समय सीमा में निवेश करना जारी रख सकते है। अगर निवेश नहीं करना चाहते तो भी आप समय सीमा को बढ़ा सकते है। निवेशक को मिलेगी टैक्स में छूट:- निवेशक इस योजना के तहत टैक्स में भी छूट मिलती है। इसमें निवेश करने पर 80C के तहत टैक्स की छूट मिल जाती है। इसमें जो ब्याज मिलता है और मैच्यूरिटी पर जो राशि मिलती है वो भी टैक्स फ्री होती है। आवेदन कैसे करें:- सबसे पहले आपको अपने नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाना होगा। इसके बाद आपको वहां जाकर पीपीएफ खाता खुलवाने का फॉर्म लेना है। आवेदन पत्र में पूछी गई जानकारी को ध्यान से पढ़कर सही भरें। आवेदन पत्र में आपसे कुछ दस्तावेज भी मांगे जाएंगे। उन दस्तावेजों को भी आवेदन पत्र में संलग्न करके कर्मचारी को दे दीजिए। इसके बाद कर्मचारी आवेदन की जांच करेगा,जानकारी सही होने के बाद आपके बच्चे का खाता खुल जाएगा।