रोचक जानकारी। क्रिसमस डे आने वाला है। क्रिसमस डे का इंतजार सालभर किया जाता है। क्रिसमस सेलिब्रेशन की ढेर सारी तैयारियां की जाती हैं और लोग आपस में खुशियां बांटते हैं। क्रिसमस का जिक्र हो और सांता क्लॉज की बात ना हो ये हो नहीं सकता। बच्चों में सांता क्लॉज को लेकर खासा क्रेज देखने को मिलता है। लेकिन क्या आपने कभी सांता क्लॉज के इतिहास या इस किरदार की सच्चाई के बारे में जानने का प्रयास किया है? तो आइए आज हम आपको बताते हैं सांता क्लॉज और क्रिसमस से जुड़ी कुछ मजेदार बातें के बारे में-
क्या सच में आते हैं सांता क्लॉज?
सांता क्लॉज की उत्पत्ति लगभग 280 A.D. में हुई थी। इस साल जाने माने संत सेंट निकोलस का जन्म हुआ था। उन्हें “बच्चों और नाविकों के रक्षक” के रूप में जाना जाता है। सेंट निकोलस यूरोप और खासतौर से हॉलैंड में काफी लोकप्रिय थे। उनका डच उपनाम ‘सिन्टर क्लास’ था। सांता क्लॉज अपने रेनडियर से बने स्लेज पर बैठकर बच्चों को खिलौने देने के लिए जाने जाते हैं। सैंटा क्लॉज़ का ये वर्तमान चित्रण साल 1804 में सबसे पहले सामने आया था जब न्यूयॉर्क हिस्टोरिकल सोसाइटी के सदस्य जॉन पिंटार्ड ने एक वार्षिक बैठक में सेंट निकोलस के वुडकट को लोगों में वितरित किया था। आज हम सांता क्लॉज के इसी चित्रण को याद रखे हुए हैं और क्रिसमस को एन्जॉय करते हैं।
सांता क्लॉज के स्लेज में लाल नाक वाले रेनडियर हैं जो स्लेज को आकाश में उड़ाते हुए हर जगह जा सकते है। इस स्लेज को खींचने का काम डैशर, डांसर, प्रांसर, विक्सेन, कॉमेट, क्यूपिड, डोनर, ब्लिटज़ेन नामक प्रसिद्ध रेनडियर करते हैं। ये रेनडियर अपने नेवीगेशन के लिए काफी फेमस हैं और वे ही सांता क्लॉज को क्रिसमस के दिन उन बच्चों तक पहुंचाने का काम करते हैं जो अच्छे हैं और दयालु हैं।
25 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है क्रिसमस?
हर साल क्रिसमस का जश्न 25 दिसम्बर को मनाया जाता है। जबकि क्रिसमस ईव पार्टीज़ 24 दिसम्बर को सेलिब्रेट की जाती है। ईसा मसीह का सटीक जन्मदिन कहीं भी स्पष्ट नहीं बताया गया है। बताया जाता है कि पोप जूलियस वन ने 25 दिसंबर को क्रिसमस के पर्व को आधिकारिक तिथि के रूप में चुना। तब से ही इस दिन क्रिसमस का जश्न ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने लगा।