कोवोवैक्स निर्यात: सीरम को पांच करोड़ खुराक इंडोनेशिया भेजने की मिली इजाजत
नई दिल्ली। भारत सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया को पांच करोड़ कोवोवैक्स खुराक के इंडोनेशिया को निर्यात की इजाजत दे दी। इस कोविड-19 रोधी वैक्सीन का उत्पादन भारत में हो रहा है, लेकिन इसे फिलहाल देश में आपात इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दवा कंपनी एसआईआई को कोवोवैक्स के 50 लाख वायल्स यानी पांच करोड़ खुराक के इंडोनेशिया निर्यात की इजाजत दी गई है। सूत्रों का कहना है कि सीरम ने भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल के समक्ष कोवोवैक्स के आपात इस्तेमाल की अर्जी 21 मई को ही दे दी थी, लेकिन उसे ड्रग नियामक की मंजूरी का अब भी इंतजार है। हाल ही में सीरम के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने डीसीजीआई को पत्र लिखकर इंडोनेशिया को 50 लाख कोवोवैक्स वायल के निर्यात के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र देने का आग्रह किया था। उन्होंने यह भी लिखा था कि कंपनी द्वारा तैयार किए गए कोवोवैक्स के एक करोड़ डोज इस साल दिसंबर तक खराब हो जाएंगे। अपनी अर्जी में सीरम ने सरकार को बताया था कि इंडोनेशिया की मेसर्स पीटी इंडोफार्मा टीबीके उक्त टीके खरीदना चाहती है और उसने हमें 50 लाख वायल्स का आर्डर दे दिया है। यदि हम इनका निर्यात नहीं करेंगे तो यह महामारी के दौर में जान बचाने वाले कोविड रोधी टीकों की अंतरराष्ट्रीय बर्बादी होगी। प्रकाश कुमार सिंह ने पत्र में लिखा था कि कोवोवैक्स के करीब एक करोड़ डोज दिसंबर 2021 में एक्सपायर हो जाएंगे। उन्होंने यह भी लिखा कि इस निर्यात से भारत में कोविशील्ड टीके की आपूर्ति पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि कंपनी के पास घरेलू जरूरत की पूर्ति के लिए पर्याप्त स्टॉक है। इस पत्र को डीसीजीआई ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेज दिया था। मंत्रालय से निर्यात की मंजूरी मिलने के बाद दवा नियामक ने सीरम को भारत की आपात मंजूरी के बगैर इस टीके के निर्यात की एनओसी जारी कर दी।