नई दिल्ली। असम के मीसामारी आर्मी एविएशन बेस में भारतीय सेना हेरोन मार्क-1 ड्रोन से चीन सीमा के पास एलएसी की निगरानी कर रही है। सीमा के करीब इन ड्रोन की तैनाती चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए की गई है। भारत ने यह ड्रोन इजरायल से लिए है। ये ड्रोन लगभग 30 हजार फीट की उंचाई तक उड़ान भर सकते हैं और सीमा पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कदमों पर नजर रखने के लिए बहुत मददगार हैं। इस ड्रोन की मदद से सेना सैकड़ों किमी दूर से ही दुश्मन सेना की तैयारियों, उनके द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य आदि पर नजर बना के रख सकती है, यह दुर्गम क्षेत्रों में सेना की आंख की तरह काम करती है। हाल ही में भारतीय सेना ने इजरायल से हेरोन मार्क-2 ड्रोन खरीदने के लिए भी सौदा किया है। चीन से सीमा पर जारी तनाव के बीच यह ड्रोन भारतीय सेना को चीनी सेना पर बढ़त देगा। यह ड्रोन किसी भी मौसम में उंचाई और लंबी दूरी तक यात्रा करने में सक्षम होते हैं। जून 2020 में लद्दाख के गलवान में भारत और चीनी सेना के बीच हुई झड़प के बाद से ही एलएसी पर तनाव जारी है। भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच अब तक 13 दौर की बातचीत के बाद भी इस विवाद का हल नहीं निकल पाया है। चीनी सेना भारत से लगी सीमा पर बड़े स्तर पर निर्माण कार्य कर रही है। इसके अलावा चीनी सेना की ओर से अन्य राज्यों से लगे बॉर्डर पर भी लगातार सीमा उल्लंघन के मामले सामने आए हैं।