मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए कीजिए इन योगासनों का अभ्यास…
स्वास्थ्य। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए मेटाबॉलिज्म को ठीक रखना सबसे आवश्यक माना जाता है। मेटाबॉलिज्म, शरीर में होने वाले रासायनिक प्रतिक्रियाओं को संदर्भित करता है। ये रासायनिक प्रतिक्रियाएं आपके शरीर को स्वस्थ और कार्यशील रखती हैं। मेटाबॉलिज्म जितना अधिक होगा, आप उतनी ही अधिक कैलोरी बर्न करेंगे जो वजन कम करने के लिए जरूरी होता है। हाई मेटाबॉलिज्म होने से आपको पर्याप्त ऊर्जा मिलती है और आप बेहतर महसूस कर सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जीवनशैली में योग को शामिल करके न सिर्फ मेटाबॉलिज्म को बढाया जा सकता है, साथ ही यह तेजी से फैट बर्न करने में भी आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। शलभासन योग है फायदेमंद:- मेटाबॉलिज्म की समस्याओं को ठीक करने के साथ तेजी से कैलोरी बर्न करने के लिए शलभासन योग का नियमित अभ्यास आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। पाचन और शरीर की अन्य समस्याओं में भी इस योग को लाभदायक माना जाता है। इस योग को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेटकर दोनों पैरों को सीधा रखें और हाथों को कमर के पास रखें। अब गहरी सांस लेते हुए अपने दाएं पैर को ऊपर की ओर उठाएं। इस दौरान घुटनों को मोड़े नहीं, अब दाएं पैर को नीचे रखें। इसी प्रक्रिया को अपने बांये पैर के साथ दोहराएं। अब सांस लेते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। सर्वांगासन योग है लाभदायक:- जैसा कि नाम से स्पष्ट है, सर्वांगासन योग शरीर के सभी अंगों के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह आपके शारीरिक और मानसिक दोनों ही स्वास्थ्य को बेहतर रखने के साथ मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने वाला योग है। इस योग को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। अब पैरों 90 डिग्री तक ऊपर की ओर ले जाएं। पांवों को सिर की सीध में रखें। शरीर को इस तरह से सीधा रखें कि ठोड़ी छाती पर आकर लगे। इस अवस्था में कुछ समय रहने के बाद धीरे-धीरे मूल अवस्था में लौटें। ब्रिज पोज योग:- ब्रिज पोज या सेतुबंधासन योग को करने से कमर और पीठ की समस्याएं तो दूर होती ही हैं, साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने वाला योग भी है। इस योगासन के लिए पीठ के बल लेट जाएं। अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई से थोड़ा अलग करते हुए घुटनों को मोड़ लें। हथेलियों को खोलते हुए हाथ को बिल्कुल सीधा जमीन पर सटा कर रखें। अब सांस लेते हुए कमर के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं, कंधे और सिर को सपाट जमीन पर ही रखें। सांस छोड़ते हुए दोबारा से पूर्ववत स्थिति में आ जाएं।