Loksabha: राहुल पर भड़कीं स्मृ‍ति ईरानी, पहली बार भारत मां की हत्या की बात पर कांग्रेस ने मेज थपथपाई

New Delhi: संसद में मानसून सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन भी चर्चा हुई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद की सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार भाषण दिया। लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर जमकर हंगामा भी हुआ। राहुल गांधी के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भाषण शुरू किया। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के भाषण को लेकर उन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि आप हिंदुस्तान नहीं हैं, भारत मेरिट पर भरोसा करता है, वंशवाद पर नहीं।

भारत मां की हत्या पर बजाई गईं तालियां
उन्होंने कहा कि पहली बार भारत मां की हत्या की बात हुई और कांग्रेस पार्टी यहां पर तालियां बजाती रही। जो भारत की हत्या की बात पर कांग्रेस पार्टी ने ताली पीटी है विपक्षी सदस्यों ने। यहां आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं कि मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है। मैं इनसे पूछती हूं, इन्हीं के गठबंधन के एक सदस्य बैठे हैं, जो तमिलनाडु में कहते हैं कि भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत। क्या भारत केवल उत्तर भारत है, अगर दम है तो अपने पा को मुंहतोड़ जवाब दें।

ये बात करते हैं इंसाफ की
उन्होंने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी में हिम्मत है तो भारत पर इस तरह का कटाक्ष करने वाले इस नेता का खंडन करके बताएं। कांग्रेस के एक नेता ने कोर्ट में जाकर वक्तव्य दे दिया कि कश्मीर में जनमत संग्रह होना चाहिए। अगर हिम्मत है गांधी खानदान में है तो कांग्रेस के उस नेता का वक्तव्य क्यों है। आप भारत नहीं हैं। क्या भारत विभाजित हो, यह कांग्रेस के नेतृत्व के निर्देश के अनुसार है? हमारे राष्ट्र के संसदीय इतिहास में आज तक भारत मां की हत्या की बात करने वाले कभी भी बैठकर मेज नहीं थपथपाते। इन्होंने मेज थपथपाई है। ये बात करते हैं इंसाफ की? यह चेहरा धूमिल है।

कश्मीरी पंडितों की सुनें दास्तान 
स्मृति ईरानी ने कहा कि यह चेहरा धूमिल है। मैं बताऊं किसका चेहरा है? यह चेहरा गिरिजा टिक्कू का है। कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुन लीजिए। नब्बे के दशक में एक महिला यूनिवर्सिटी में अपना चेक लेने जाती हैं। बस से घर लौटने का प्रयास करती हैं। पांच मर्द खींचकर ले जाते हैं, बलात्कार करते हैं और आरी से बदन काट देते हैं। जब गिरिजा टिक्कू के जीवन पर एक फिल्म में दिखाया गया तो कांग्रेस के कुछ प्रवक्ताओं ने उसे प्रपोगैंडा कहा। आप नहीं चाहते कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुनाई जाए। सरला भट्ट को भी अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। ये आप अपने आप को इंसाफ का पुजारी बताते हैं, लेकिन मुझे बताइए कि गिरिजा टिक्कू और सरला भट्ट को कब इंसाफ मिलेगा? तब वहां यह नारा दिया जाता था कि या तो धर्म बदलो, या कश्मीर छोड़ो या यहीं मरो।

स्मृति का राहुल पर तंज- मैं जोड़ों के दर्द पर भाषण नहीं दूंगी
स्मृति ईरानी ने कहा कि यहां दिल्ली में सिख बच्चों के अंगों को काटकर उनकी मां के मुंह में ठूंसा गया। त्रिलोकपुरी में तीस औरतों को इकट्ठाकर गांव में ले जाकर बलात्कार किया गया। एक महिला ने कहा कि उसका सामूहिक दुष्कर्म किया गया, उसके सामने उसके बेटे को जला दिया गया। मैं जोड़ों के दर्द पर भाषण नहीं दूंगी, इतना जरूर कहूंगी कि जिन वादियों को हिंदुस्तान ने खून से सना देखा है, जब ये इन वादियों में गए, तब ये बर्फ के गोलों के साथ खेल रहे थे। जब प्रधानमंत्री ने 370 को हटाया, तब तस्वीर बदली। इन्होंने कहा कि ये मणिपुर गए थे, यात्रा में गए थे। यात्रा में इन्होंने क्या आश्वासन दिया? इनका बस चले तो 370 को दोबारा स्थापित कर देंगे। आज जो सदन से भाग गए हैं उन्हें कहना चाहती हूं कि इस देश में अब धारा 370 कभी नहीं लौटेगी। कश्मीरी पंडितों को धर्म बदलो, या कश्मीर छोड़ो या यहीं मरो कहने वाला अब कोई बचेगा नहीं।

स्मृति का दावा- तरुण गोगोई ने 2012 में कहा था कि सरकार सेना नहीं भेज रही
स्मृति ने कहा कि 1984 के दंगों का, गिरिजा टिक्कू का विवरण सुनकर जो चले गए, उनसे पूछना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि वो राजस्थान गए हैं। भीलवाड़ा में 14 साल की लड़की से सामूहिक बलात्कार होता है। उसे काटा जाता है, फिर भट्ठी में डाल दिया जाता है। इस सदन की दो महिला सदस्य परिवार से मिलने गई थीं। उनका वक्तव्य है। बच्ची का मात्र एक हाथ भट्ठी के बाहर छूट गया था। आज ये जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं। बंगाल में 60 साल की महिला का दुष्कर्म हुआ। कांग्रेस की एक नेत्री गईं। 2012 में तरुण गोगोई ने स्वयं वक्तव्य दिया कि दंगे हो रहे हैं, कांग्रेस की केंद्र की सरकार सेना नहीं भेज रहा। कोकराझार में तीन-तीन महीने कर्फ्यू था।

राहुल गांधी पर क्यों भड़कीं स्मृति ईरानी?

दरअसल राहुल गांधी ने बुधवार को संसद में बोलते हुए मणिपुर के मुद्दे पर मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला था। राहुल ने कहा था कि भारत हमारी जनता की आवाज है। उस आवाज की हत्या मणिपुर में हो गई। आपने भारत माता की हत्या मणिपुर में की। आप देशभक्त नहीं देशद्रोही हो। इसलिए हमारे पीएम मणिपुर में नहीं जाते हैं।

 

 

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