अब 35-35 फीसदी पाठ्यक्रम के आधार पर होंगी बोर्ड परीक्षाएं

हिमाचल प्रदेश। शिक्षकों के विरोध के आगे हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड झुक गया है। बोर्ड अब 50-50 नहीं, बल्कि 35-35 फीसदी पाठ्यक्रम के आधार पर परीक्षाओं का आयोजन करेगा। फर्स्ट टर्म परीक्षाएं नवंबर में ही होंगी जबकि सेकेंड टर्म मार्च की बजाय अब अप्रैल में होंगी। ये फैसले बोर्ड मुख्यालय में 23 शिक्षक संगठनों के साथ परीक्षा मूल्यांकन और मूल्यांकन सुधार के लिए हुई कार्यशाला के दौरान लिए गए हैं। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि कार्यशाला में सभी शिक्षक संगठनों एवं शिक्षाविदों ने परीक्षा के सफल आयोजन के लिए फर्स्ट और सेकेंड टर्म की परीक्षाएं 35-35 फीसदी पाठ्यक्रम के आधार पर करवाने पर सहमति जताई है। इस दौरान 30 फीसदी पाठ्यक्रम बोर्ड पेपर में नहीं रहेगा। फर्स्ट टर्म का आयोजन बोर्ड की ओर से निर्धारित परीक्षा केंद्रों में स्कूलों में कार्यरत स्टाफ स्वयं करेगा। इसके लिए बोर्ड प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध करवाएगा। प्रैक्टिकल परीक्षाओं का आयोजन सभी स्कूल अपने स्तर पर करेंगे। परीक्षा समाप्ति के बाद सभी स्कूल बोर्ड की ओर से चिह्नित किए गए ड्रॉपिंग केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं को छोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि शिक्षकों की मांग पर नवंबर के बाद मानदेय बढ़ोतरी पर भी विचार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि टर्म वाइज परीक्षा शुल्क का जो निर्धारण किया गया है, उसे भी 100 रुपये कम कर दिया गया है। इससे प्रदेश के दसवीं और बारहवीं के लाखों छात्रों-छात्राओं को फायदा होगा।

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