वाराणसी। अब काशी विश्वनाथ धाम तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा। नववर्ष के अप्रैल माह से ही रविदास और नमो घाट से विश्वनाथ धाम तक सोलर वाटर टैक्सी चलाई जाएगी। इसके जरिये श्रद्धालु जलमार्ग से ही धाम तक पहुंच जाएंगे। कम खर्च और कम समय में ही दर्शन-पूजन कर लेंगे। टैक्सी हर घंटे सेवा प्रदान करेगी।
काशी विश्वनाथ धाम को जलमार्ग से जोड़कर गंगा द्वार से श्रद्धालुओं के प्रवेश की योजना को धरातल पर उतारने के लिए प्रशासन ने व्यवस्था शुरू कर दी है। अगले वर्ष अप्रैल माह से दो सोलर वाटर टैक्सी का काशी विश्वनाथ धाम के समानांतर गंगा के दोनों ओर संचालन किया जाएगा। इसके लिए गंगा में रूट निर्धारण के लिए जेटी के जरिये डिवाइडर भी बनाया जाएगा। जाने-आने के मार्ग अलग-अलग होंगे।
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत सोलर वाटर टैक्सी के लिए संभावना तलाशी जा रही है। पीपीपी मॉडल के अलावा पर्यटन विभाग के जरिये सोलर वाटर टैक्सी के संचालन की भी योजना है। 20 से 30 सीटर सोलर वाटर टैक्सी के संचालन और किराये आदि के पहलु पर मंथन किया जा रहा है। जल्द ही कमेटी का गठन हो सकता है।
वाटर टैक्सी चलाने वाला देश का दूसरा शहर –
जिस तरह की वाटर टैक्सी गंगा में दौड़ाने की योजना है, उसका संचालन पहले से ही मुंबई और नवी मुंबई के बीच किया जा रहा है। इसका मतलब है कि वाराणसी देश का दूसरा शहर होगा, जहां वाटर टैक्सी का संचालन होगा।
दो महीने में शुरू हो जाएंगे रेस्टोरेंट और कैफे
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम और भव्य बनेगा। दो महीने में अन्य भवन, रेस्टोरेंट और कैफे भी शुरू हो जाएंगे। गंगा में रविदास घाट और नमो घाट से काशी विश्वनाथ धाम तक सोलर वाटर टैक्सी संचालन की योजना है। पहले चरण में दो टैक्सी का संचालन किया जाएगा। इसके लिए सभी पहलुओं पर अध्ययन कर रूट व किराये आदि का निर्धारण किया जाएगा। पीपीपी मॉडल के साथ ही पर्यटन विभाग से इस योजना को धरातल पर उतारने की संभावना पर काम कर रहे हैं। अप्रैल तक वाटर टैक्सी का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।