अंकारा। सोमवार को मध्य-पूर्व के चार देश तुर्किए, सीरिया, लेबनान और इजराइल भूकंप से हिल गए। सबसे ज्यादा तबाही तुर्किए और उसके नजदीक सीरया में हुई है। तुर्किए में 1,2 घंटे में सात की तीव्रता से ज्यादा के दो भूंकप आए। बड़ी इमारतें जमींदोज हो गईं। मलबे में दबे लोग जान बचाने के लिए चीखते रहे। बार-बार आ रहे झटकों के कारण राहत-बचाव कार्य में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पूरी दुनिया में सोमवार को शाम सात बजे तक 78 भूकंप दर्ज किए गए, जिनमें से 46 सीरिया में आए। तुर्किए और सीरिया में कई बड़ी इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं। यहां भूकंप के बाद देर रात तक बचाव कार्य जlरी रहे। एक यूट्यूबर ने मलबे के नीचे से अपना वीडियो भेजकर जान बचाने की गुहार लगाई।
पहला भूकंप 7.8 तीव्रता का था:-
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के मुताबिक 7.8 तीव्रता वाले पहले भूकंप का केंद्र तुर्किए के कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किमी दूर और जमीन से करीब 24 किमी नीचे था। स्थानीय समय के मुताबिक, यह भूकंप सुबह 4:17 बजे आया। 6.7 तीव्रता का दूसरा झटका 11 मिनट बाद आया, जिसका केंद्र जमीन से 9.9 किमी नीचे था। इसके बाद शाम 1.24 बजे 7.5 तीव्रता का तीसरा भूकंप आया।
वहीं सीरिया में स्थानीय समयानुसार सुबह चार बजे से रात नौ बजे तक 50 से ज्यादा भूकंप आए। इनमें चार की तीव्रता 6 से ज्यादा थी। जबकि, 10 भूकंप 5 से 6 के बीच की तीव्रता के दर्ज किए गए।
नीदरलैंड के शोधकर्ता ने की थी भविष्यवाणी:-
नीदरलैंड के शोधकर्ता फ्रैंक हूगरबीट्स ने 3 फरवरी को ही कहा था कि तुर्किए, जॉर्डन, सीरिया या लेबनान में 7.5 तीव्रता का भूकंप आएगा। सोमवार को जब तुर्किये और सीरिया समेत पांच देशों में विनाशकारी भूकंप आया तो फ्रैंक का दावा वायरल हो गया। इसके साथ यह भी सवाल सामने आया है कि क्या भूकंप की भविष्यवाणी की जा सकती है।
सीरिया के दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में इमारतें गिरने की खबर है। ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। यहां के कई इलाकों में लोगों ने बताया कि करीब 40 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। क्षेत्र में सर्वाधिक बुरा हाल शरणार्थी शिविरों में देखा गया जहां देशभर में आतंक से जूझ रहे पीड़ित पहले ही कई प्राकृतिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
लेवल-4 का अलर्ट किया गया जारी:-
तुर्किये की आपदा प्रबंधन एजेंसी एएफएडी ने लेवल-4 का अलर्ट जारी करते हुए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से राहत सामग्री व राहतकर्मी भेजने की अपील की है।