देशभक्ति ध्यान से शुरू होगी देशभक्ति पाठ्यक्रम की पढ़ाई

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के स्कूलों में लागू होने वाले देशभक्ति पाठ्यक्रम की पढ़ाई पांच मिनट के देशभक्ति ध्यान से शुरू होगी। बच्चों में संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान की गहरी भावना विकसित करने, समानता और बंधुत्व जैसे मूल्यों की गहरी समझ बनाने के लिए देशभक्ति पाठ्यक्रम पूरी तरह से तैयार है। इस पाठ्यक्रम को नर्सरी से आठवीं तक और नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं में लागू कर दिया जाएगा। जब स्कूलों में कक्षाएं शुरू होगी तब इसकी पढ़ाई शुरू हो जाएगी। नर्सरी से आठवीं कक्षा तक प्रतिदिन देशभक्ति का एक पीरियड लगेगा। जबकि नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं में सप्ताह में दो पीरियड देशभक्ति पाठ्यक्रम के तहत लगेंगे। इन पीरियड की शुरुआत पांच मिनट के देशभक्ति ध्यान से होगी। इसमें शिक्षक व छात्र माइंडफुलनेस का अभ्यास करेंगे और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए आभार प्रकट करेंगे और देश के सम्मान की शपथ लेंगे। मालूम हो कि एससीईआरटी की गर्वनिंग काउंसिल ने छह अगस्त को देशभक्ति करिकुलम फ्रेमवर्क अपनाया था। इस फ्रेमवर्क के आधार पर शिक्षकों के कोर ग्रुप ने देशभक्ति पाठ्यक्रम को विकसित किया है। अब देशभक्ति पाठ्यक्रम सभी स्कूलों में लागू करने के लिए तैयार है। अभी दिल्ली में नौवीं से बारहवीं तक के ही छात्रों को स्कूल आने की अनुमति है। ऐसे में उम्मीद है कि फिलहाल इन्हीं कक्षाओं में इस करिकुलम की पढ़ाई होगी। जब स्कूल सभी कक्षाओं के लिए खुल जाएंगे तब अन्य कक्षाओं में इसकी पढ़ाई शुरू हो जाएगी। स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम ठीक से संचालित हो सके इसके लिए प्रत्येक स्कूल में तीन नोडल शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। एसीईआरटी की ओर से 29 सितंबर से पांच अक्तूबर के बीच इन नोडल शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन सत्र आयोजित होंगे।

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