राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ईवी-यात्रा पोर्टल किया लॉन्च

नई दिल्ली। बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी द्वारा विकसित ईवी-यात्रा पोर्टल को लॉन्च किया। यह प्लेटफॉर्म ईवी यूजर्स को इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए नजदीकी ईवी चार्जर तक पहुंचाने में मदद करेगा।

ईवी-यात्रा पोर्टल की लॉन्चिंग दिल्‍ली में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह के दौरान की गई। राष्ट्रपति सचिवालय ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू ने बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार, राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार और राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता पुरस्कार भी प्रदान किए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “यह सुनिश्चित करना हम सभी के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है कि आने वाली पीढ़ियां प्रदूषण मुक्त वातावरण में सांस लें, अच्छी तरह से प्रगति करें और स्वस्थ जीवन जीएं। स्वच्छ हवा में सांस लेना एक बुनियादी मानव अधिकार है। पर्यावरण की  रक्षा करके हम कई मानवाधिकारों की रक्षा कर सकते हैं।”

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों का सामना करते हुए ऊर्जा संरक्षण एक वैश्विक और राष्ट्रीय प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, “हालांकि भारत का प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन विश्व औसत के एक तिहाई से भी कम है, लेकिन एक जिम्मेदार देश के रूप में भारत पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।”

उन्‍होने आगे कहा कि COP-26 में भारत ने ‘लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट’ यानी लाइफस्टाइल का संदेश दिया था, जिसमें विश्व समुदाय से इको-फ्रेंडली लाइफस्टाइल अपनाने का आग्रह किया था। “भारतीय संस्कृति और परंपरा में, हमारी जीवनशैली हमेशा लाइफ के संदेश के अनुरूप रही है। प्रकृति का सम्मान करना, प्राकृतिक संसाधनों को बर्बाद न करना और प्राकृतिक संपदा को बढ़ाने के उपाय करना ऐसी जीवन शैली का अभिन्न अंग है। भारत आगे बढ़ने के लिए प्रयास कर रहा है। पूरा विश्व समुदाय इस तरह की जीवन शैली को अपनाने की दिशा में है।”

जी-20 में भारत की अध्यक्षता का जिक्र करते हुए, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “जी-20 देश विश्व की कुल जीडीपी में 85 प्रतिशत और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में 75 प्रतिशत का योगदान करते हैं। इसके अलावा, विश्व की 60 प्रतिशत जनसंख्या भी जी-20 देशों में निवास करती है। उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी अध्यक्षता के दौरान ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के आदर्श के अनुरूप ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की थीम को अपनाया है और हम इसका विश्व पटल पर प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं।’

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