नई दिल्ली। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर 24 अक्टूबर को उज्बेकिस्तान का दौरा किया। चुनाव आयोग की ओर से बृहस्पतिवार को जारी बयान के अनुसार वहां सीईसी ने तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। चंद्रा ने 21 अक्टूबर को उज्बेकिस्तान के केंद्रीय चुनाव आयोग के अध्यक्ष जैनिद्दीन एम निज़ामखोदजेव के साथ चुनावी सहयोग पर बैठक की। निज़ामखोदजेव ने चंद्रा को राष्ट्रपति चुनाव संचालन के लिए किए गए विभिन्न उपायों की जानकारी दी। इसमें एकल इलेक्ट्रॉनिक मतदाता सूची, मतदान के दिन व्यक्तिगत मतदान और प्रारंभिक मतदान के साथ-साथ कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल की जानकारी शामिल थी। चंद्रा ने भारत में हाल के चुनावों के संचालन, चुनावी सहयोग व प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के माध्यम से दोनों देशों के बीच चुनावी संबंधों को और मजबूत करने के विभिन्न तरीकों के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि उज्बेकिस्तान के चुनाव अधिकारियों के लिए इस तरह के आयोजन करने में चुनाव आयोग को खुशी का अनुभव होगा। उज्बेकिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव देश के नए चुनाव कोड के तहत हुआ। उज़्बेकिस्तान चुनाव कानून के तहत, राष्ट्रपति को एक राष्ट्रव्यापी निर्वाचन क्षेत्र से पांच साल के कार्यकाल के लिए चुना जाता है।