नई दिल्ली। डेनमार्क के युवराज फ्रेडरिक आंद्रे हेनरिक क्रिश्चियन और प्रिंसेस मेरी एलिजाबेथ एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत दौरे पर हैं। मंगलवार को दिल्ली में उन्होंने भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मुलाकात की। विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद डेनमार्क के युवराज ने कहा कि भारत में आए बदलाव अद्भुत हैं। भारत का ग्रीन ऊर्जा की तरफ बदलाव अभी जारी है। भारत और डेनमार्क ने ग्रीन रणनीतिक साझेदारी के लिए हाथ मिलाया है। इससे दोनों देशों को फायदा होगा और दोनों देश इससे बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और डेनमार्क ने सभी के लिए हरित भविष्य की दिशा में नया कदम उठाया है। युवराज फ्रेडरिक ने कहा कि भारत और डेनमार्क के बीच साझेदारी काफी मजबूत है। प्रधानमंत्री मोदी भी डेनमार्क का दौरा करेंगे और उनका कोपेनहेगन में स्वागत करना मेरे लिए सम्मान की बात होगी। डेनमार्क के युवराज ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं और मेरी मां ने भी 1963 में भारत का दौरा किया था। मेरी मां की तरह हमारे पास भी मौका है कि हम ताजमहल जाएं।
डेनमार्क के युवराज चार दिन की भारत यात्रा पर आए हैं और मंगलवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, पिछले दो दशक में यह डेनमार्क के शाही दंपति की पहली भारत यात्रा है। भारत यात्रा के दौरान डेनमार्क के युवराज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगे।