निजी कोचिंग संस्थानों की फीस और सुविधाओं की होगी जांच
हिमाचल प्रदेश। प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के बाद अब निजी कोचिंग संस्थान भी अब विनियामक आयोग के रडार पर आ गए हैं। कोचिंग संस्थानों में ली जा रही फीस, विद्यार्थियों को दी जा रही सुविधाओं, आधारभूत ढांचे और संस्थान खोलने के लिए ली गई मंजूरियों की पड़ताल शुरू होने वाली है। निजी शिक्षण संस्थान विनियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक ने बताया कि कई कोचिंग संस्थानों की उनके पास शिकायतें आई हैं। जल्द ही आयोग की ओर से टीमें गठित कर इनकी जांच की जाएगी। शिमला में प्रेस वार्ता में आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अध्यक्ष बने हुए एक वर्ष तीन माह पूरे हो गए हैं। इस दौरान निजी विश्वविद्यालयों से अयोग्य कुलपतियों की छुट्टी की गई। आयोग की अदालत ने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हुए सौ मामलों का निपटारा किया है। शिक्षकों के रुके वेतन बहाल करवाए। विद्यार्थियों को सिक्योरिटी राशि वापस दिलाई। प्रदेश से विद्यार्थियों का पलायन रोकने के लिए सख्ती की गई। अब हालात कुछ ठीक हो गए हैं। गुणात्मक शिक्षा के लिए यह कदम उठाने पड़े हैं। इसी कड़ी में अब कोचिंग संस्थानों की जांच की जाएगी।