स्पोर्ट्स। भारत की महान एथलीट पीटी ऊषा ने शनिवार को इतिहास रच दिया। उड़नपरी के नाम से मशहूर पीटी उषा भारतीय ओलपिंक संघ की पहली महिला अध्यक्ष बन गई हैं। चुनाव में उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। 1960 के बाद पहली बार कोई खिलाड़ी आईओए का अध्यक्ष बना है। महाराजा यादविंदर सिंह (1938-1960) पिछले ऐसे अध्यक्ष थे जो खिलाड़ी रह चुके थे।
पीटी ऊषा के नाम एशियाई खेलों में चार स्वर्ण और सात रजत पदक हैं। वह 1982, 1986, 1990 और 1994 एशियाई खेलों में पदक जीती थीं। इसके अलावा उनके नाम एशियाई चैंपियनशिप में 14 स्वर्ण, छह रजत और तीन कांस्य पदक हैं। 58 साल की पीटी ऊषा 1984 ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथे स्थान पर रही थीं।
आईओए की पहली महिला अध्यक्ष बनने पर केंद्रीय कानून मंत्री और पूर्व खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने पीटी उषा को बधाई दी। 26 नवंबर को, 58 वर्षीय उषा ने सोशल मीडिया पर सभी को सूचित किया था कि उन्होंने अगले महीने आईओए चुनावों में शीर्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। आईओए चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा 27 नवंबर को समाप्त हो गई। लेकिन आईओए अध्यक्ष पद के लिए पीटी उषा के खिलाफ किसी और का नामांकन नहीं आया। ऐसे में उन्होंने निर्विरोध इस रेस को अपने नाम किया।