वास्तु। हम ऐसे घर में रहना पसंद करते हैं, जहां शांति और सुकून का माहौल हो। लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे घर की ऊर्जा कैसी है। हमारी ख़ुशी, तरक्की और मानसिक शांति के लिए हमारे आस-पास की उर्जा का सकारात्मक होना बहुत आवश्यक है।
वास्तु के कुछ नियमों को अपनाकर हम अपने आस-पास सकारात्मक वातावरण बना सकते हैं, जो घर में रहने वालों को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद करती है। घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा को सोखने के लिए कच्चा समुद्री नमक रखें।
इसके अलावा फर्श को साफ करने के लिए पानी में एक चुटकी समुद्री नमक मिला सकते हैं। अगर आपको ऐसा लग रहा है कि खूब मेहनत करने के बाद भी आपका काम रुक गया है या फिर प्लान के अनुसार आपके काम नहीं हो रहे हैं तो, घर में दो कपूर की गोली या क्यूब्स रखें और जब वे सूख जाएं तो उन्हें बदल दें।
घर में परेशानियां झेलनी पड़ रहीं हैं तो छह या आठ छड़ों वाली विंड चाइम्स का इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। घोड़े की नाल जो अपने आप गिरी हुई हो, उसको ऊपर की तरफ पॉइंट करते हुए लटकाएं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह सभी अच्छी ऊर्जाओं को आकर्षित करती है, इसके लिए मेन गेट एकदम सही जगह है।
रिश्तों में मजबूती और सकारात्मकता लाने के लिए लिविंग रूम में अपने परिवार की मुस्कुराती हुई तस्वीरें लगाएं। घर की बगिया में सूखे एवं भद्दे दिखने वाले पेड़ या ठूंठ नहीं होने चाहिए। ये नेगेटिव एनर्जी को बढ़ाते हैं, जिससे घर में कलह का माहौल बनता है।
यदि आपको घर में फूल सजाने का शौक है, तो उन्हें प्रतिदिन बदलते रहना ज़रूरी है। सूखे हुए फूल घर की पॉज़िटिव एनर्जी के संचार में बाधा उत्पन्न करते हैं। घर की दीवारों में दरार और सीलन नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा घर में कहीं भी मकड़ी के जाले नहीं होने चाहिए इससे घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार होता है। इसी प्रकार वास्तु में घर में कहीं भी पानी की बर्बादी होना अशुभ है। सोते समय घर के सभी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण और वाई-फाई ऑफ कर दें।