जम्मू-कश्मीर। अनुच्छेद 370 हटने के करीब पौने तीन वर्ष में कश्मीर में बड़ी वारदात करने में नाकाम पाकिस्तान एक बार फिर अमरनाथ यात्रा से पहले घाटी के माहौल को बिगाड़ने की साजिशों में जुट गया है। घाटी में फिर टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं।
निशाने पर पंचायत प्रतिनिधि, पुलिस और सेना के जवान हैं। खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि अमरनाथ यात्रा से पहले और गर्मी के मौसम में शुरू होने वाले पर्यटन सीजन में अधिक से अधिक वारदातों को अंजाम देने की आईएसआई की ओर से घाटी में सक्रिय पाकिस्तानी दहशतगर्दों और विभिन्न आतंकी तंजीमों को हिदायत दी गई है।
370 हटने के बाद ढाई वर्ष से अधिक समय में घाटी में आतंकवाद की कमर लगभग टूट चुकी है। सुरक्षाबलों की ओर से लगातार शिकंजा कसते हुए आतंकी तंजीमों के कमांडरों का एक-एक कर सफाया कर दिया गया है।
मार्च के महीने में टारगेट किलिंग की घटनाओं में इसी वजह से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। खुफिया सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में यह घटनाएं और बढ़ सकती हैं। इसके लिए हाइब्रिड आतंकियों और ओवर ग्राउंड वर्करों को टास्क सौंपा गया है।