नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज 7वां दिन है और यह लगातार तेज होता जा रहा है। इससे जहां शेयर बाजारों और कच्चे तेल की कीमतों पर असर पड़ रहा है। वहीं अब इसका साया इस महीने लॉन्च होने वाले देश के सबसे बड़े आईपीओ पर भी दिख रहा है।
ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि एलआईसी आईपीओ को पेश करने का समय आगे बढ़ाया जा सकता है। बता दें कि देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी का आईपीओ इस महीने पेश होना प्रस्तावित है। यह देश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा, लेकिन जैसे-जैसे यूक्रेन पर रूस के हमले तेज हो रहे हैं, इस आईपीओ पर भी काले बादल मंडराने लगे हैं।
वहीं मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संकेत दिए हैं कि अगर तेजी से बदलते अंतर्राष्ट्रीय हालात की वजह से नौबत आई, तो सरकार एलआईसी के आईपीओ की टाइमलाइन पर फिर से विचार कर सकती है। इस दौरान उनहोंने ने कहा कि वैसे तो मैं एलआईसी आईपीओ के मामले में पहले से तय कार्यक्रम के हिसाब से ही आगे बढ़ना चाहूंगी, क्योंकि इसके लिए हमने भारतीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए काफी पहले से तैयारी की हुई है।
लेकिन अगर अंतर्राष्ट्रीय हालात को ध्यान में रखते हुए जरूरत पड़ी, तो मैं इसे पेश करने के समय को लेकर फिर से विचार करने के लिए भी तैयार हूं। उन्होंने कहा कि अगर प्राइवेट सेक्टर के किसी प्रमोटर को इस तरह का फैसला करना हो तो उसे सिर्फ अपनी कंपनी के बोर्ड को ही सफाई देनी होती है, लेकिन मुझे इस बारे में सारी दुनिया को स्पष्टीकरण देना पड़ेगा।