फिटनेस। पिछले एक दो दशकों में कैंसर के मामले में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसमें ब्रेस्ट कैंसर भी शामिल है। ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जब भी जिक्र होता है तो अक्सर इस बीमारी को महिलाओं से ही जोड़कर देखा जाता है। हालांकि ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी होता है लेकिन पुरुषों में इसकी संख्या थोड़ी कम है। कैंसर एक गंभीर बीमारी है। कई बार सही समय पर इलाज न होने के कारण इससे मौत भी हो जाती है। इसलिए हमें किसी भी तरह के कैंसर को मामूली नहीं समझना चाहिए।
पिछले कुछ वक्त में ब्रेस्ट कैंसर के कई मामले सामने आए हैं। अमेरिकी महिलाओं में यह सबसे आम कैंसर बन गया है। स्तन कैंसर भी दूसरे कैंसर की तरह ही जानलेवा होता है इसलिए इसके छोटे से छोटा लक्षण भी नजर आने पर तुरंत एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। अगर आपने स्तन कैंसर की सर्जरी कराई है तो आप कुछ खास एक्सरसाइज के माध्यम से तेजी से रिकवरी कर सकती हैं। आइए जानते हैं कौन सी हैं वे एक्सरसाइज-
गहरी सांस लेने का व्यायाम:-
स्तन कैंसर की सर्जरी कराना वालों के लिए लिए गहरी सांस लेने का अभ्यास एक बेहतर व्यायाम है। इससे आप अपने धड़कन की स्पीड को कंट्रोल कर सकती हैं। इस एक्सरसाइज को करने के लिए नाक से गहरी सांस लें और 10 सेकेंड तक रोककर रखें, फिर मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस प्रैक्टिस को आपको कम से कम 10 बार करना होगा। इसे आप बिस्तर पर लेटकर भी कर सकती हैं।
वेंड एक्सरसाइज:-
स्तन कैंसर में प्रयोग होने वाली रेडिएशन थेरेपी का कंधों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। इस थेरेपी से कंधों की गति प्रभावित होती है। वैंड एक्सरसाइज आपके कंधे के लचीलेपन को बढ़ाने और इसे वापस सामान्य स्थिति में लाने में मदद करती है। इस एक्सरसाइज को करने के लिए आपको पीठ के बल लेटकर एक छड़ी से दोनों हाथों को ऊपर उठाना पड़ता है। 5 सेकेंड के लिए हाथों को होल्ड करें और धीरे-धीरे नीचे लाएं। इस अभ्यास को कम से कम 10 बार प्रतिदिन करें।
शोल्डर ब्लेड स्क्वेज:-
इस एक्सरसाइज में आपको एक कुर्सी की जरूरत पड़ेगी। इसके करने के लिए आपको अपनी पीठ को कुर्सी पर टिकाना होगा। ध्यान रहे कि आपको आगे की तरफ झुकना नहीं है। इसके बाद आपको अपनी बाहों को ऊपर उठाना है और कोहनी को थोड़ा से मोड़कर हाथ के ऊपरी हिस्से को सिर के ऊपर ले जाना है। अब आप दोनों हाथों की हथेली को एक दूसरे हाथ से पड़ लें। अब कंधे को पहले एक दिशा की तरफ मोड़े फिर इसे सामान्य स्थिति में लाएं और अब कंधे को दूसरी तरफ मोड़ें। इसे कम से कम 5 बार आपको प्रतिदिन करना होगा।