मनोरंजन। मुंबई में वेंच फिल्म फेस्टिवल के तहत पहली बार हॉरर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया जिसमें देश और विदेश की 23 फिल्मों को तीन कैटेगरी में शामिल किया गया और हर एक कैटेगरी से एक सर्वश्रेष्ठ फिल्म का चयन किया गया। वेंच फिल्म फेस्टिवल के तहत आयोजित हॉरर फिल्म फेस्टिवल में तीन कैटेगरी की शॉर्ट फिल्में शामिल थी।
पहली कैटेगरी ब्लड थर्स्टी में 40 मिनट से अधिक अवधि वाली फिल्में शामिल की गई। दूसरी कैटेगरी एल्विस में 10 मिनट की सात फिल्में शामिल की गई।तीसरी कैटेगरी ड्वार्फस में 10 मिनट से 40 मिनट की 12 शॉर्ट फिल्में शामिल की गई। इस दौरान ‘तुम्बाड’ की विशेष स्क्रीनिंग भी रखी गई थी। हॉरर फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत मिशेल गरजा सेरवर की फिल्म ह्युसेरा: द बोन वुमन से हुई और समापन एलिस वैडिंग की फिल्म ‘द नाइटमेयर’ से हुआ।
ब्लड थर्स्टी कैटेगरी में 40 मिनट से अधिक की श्रेणी में चार फिल्मों को शामिल किया गया है, जिसमे 53 मिनट की स्पेनिश भाषा में बनी फिल्म ‘ह्युसेरा: द बोन वुमन’, दूसरी फिल्म ‘द नाइटमेयर’ है, तीसरी 53 मिनट की जर्मन फिल्म ‘रप्चर’ और चौथी एक घंटे 10 मिनट की इंग्लिश फिल्म हनीकॉम्ब’ शामिल थी। इस चारों फिल्मों में से मिशेल गरजा सेरवर के निर्देशन में बनी फिल्म ह्युसेरा: द बोन वुमन’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुना गया।
एल्विस कैटेगरी में 10 मिनट की अवधि वाली सात शॉर्ट फिल्में शामिल हैं। जिनमें 7 मिनट की मलयालम फिल्म ‘कालीराठी’, नौ मिनट की इंग्लिश फिल्म ‘निट वन स्टैब टू’, पांच मिनट की इंग्लिश फिल्म ‘वोल्फ व्हिसल’, छह मिनट की इंग्लिश फिल्म ‘हेक्सेटिक फेज’, आठ मिनट की इंग्लिश फिल्म ‘सकर’, पांच मिनट की शॉर्ट फिल्म ‘फ्यूरिया’,और साथ मिनट की इंग्लिश फिल्म ‘इट टेक्स अ विलेज’ शामिल थीं। इस कैटेगरी में एलिसन पीरसे की शॉर्ट फिल्म ‘निट वन स्टैब टू’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुना गया।
तीसरी कैटेगरी ड्वार्वस में 10 मिनट से 40 मिनट की 12 शॉर्ट फिल्में शामिल की गई। जिसमें 16 मिनट की इंग्लिश और स्पेनिश भाषा की फिल्म ‘द सॉफ्टबॉय’, 23 मिनट की बंगाली फिल्म ‘आलो/द लाइट’, 21 मिनट की इंग्लिश फिल्म ‘थ्री वेज टू डाइन वेल’, 34 मिनट की ‘लालन्नास सॉन्ग’ 15.34 मिनट की हिंदी फिल्म ‘द एस्ट्रोनॉट एंड हिज पैरेट’, 14 मिनट की कोरियन फिल्म ‘एब्नॉर्मल प्राइम टाइम’ 17 मिनट पोलिश भाषा की ‘ग्रोइंग’ व अन्य फिल्में शामिल थी। इस कैटेगरी में निर्देशक अगाता विएजोरेक की फिल्म ग्रोइंग को सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुना गया। हॉरर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन मुंबई के हरकत स्टूडियो और वेदा फैक्ट्री में 10 मार्च से 20 मार्च तक किया गया जिसमें इस फेस्टिवल में शामिल में सभी 23 फिल्मों में से कुछ फिल्मों की वर्चुअल स्क्रीनिंग और कुछ फिल्मों की फिजिकल स्क्रीनिंग रखी गई।