स्वास्थ्य। स्ट्रोक की स्थिति में मरीज को तुरंत इलाज की जरूरत होती है। ये मेडिकल एमर्जेंसी की श्रेणी में आता है। आप स्ट्रोक के लक्षणों की पहचान तुरंत कर सकते हैं। स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है, जिसमें रक्त की आपूर्ति कम या बाधित होने के कारण दिमाग के सेल्स मरने लगते हैं।
इससे दिमाग को भारी क्षति पहुंचती है। इससे मरीज को फौरन बचाना जरूरी है। इस जानलेवा बीमारी से लोगों को जागरुक करने के प्रयास जारी हैं, तो आइए जानते है महिलाओं और पुरुषों में स्ट्रोक से पहले किस तरह के लक्षण नजर आते हैं…
शरीर में कमजोरी या सुन होना:- आपका शरीर अगर अचानक से कमजोरी का शिकार हो जाता है, तो इसे हल्के में न लें। अगर लक्षण सुन की तरह जाने लगते हैं, तो आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें। इसमें आपके शरीर का कोई भी अंग अचानक से सुन पड़ सकता है। इसलिए डेली लाइफ में खाने पीने में कोताही न बरतें।
धुंधला दिखना या दिखाई न देना:- कुछ लोगों की आंखों की रोशनी अचानक से चली जाती है या फिर उन्हें धुंधला दिखने लगता है। आपको बता दें कि आंखों की रोशनी का अचानक से चला जाना स्ट्रोक का एक लक्षण है। कमजोरी लगना, हाथ-आंखों का समन्वय बिगड़ना। छूने पर त्वचा में एहसास कम होना। बोलने में दिक्कत होना, ये सभी स्ट्रोक के संकेत हैं। ये लक्षण समय के साथ और बिगड़ते जाते हैं।
तेज सिर दर्द:- आपको अगर कभी-कभी सिर दर्द रहता है, तो ये आम बात है, लेकिन अगर सिर दर्द अक्सर आपको परेशान करता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। कई बार मरीज तेज सिर दर्द के बाद तुरंत बेहोश हो जाता है। मरीज का कुछ देर के लिए बेहोश होना या फिर चक्कर आने को भी अनदेखा न करें। ये स्ट्रोक के मुख्य लक्षणों में से एक है।
इस तरह करें स्ट्रोक की पहचान:- अगर आपके आस पास किसी को स्ट्रोक हुआ है, तो FAST का उपयोग करके पहचान कर सकते है। सबसे पहले आप मरीज से मुस्कुराने के लिए कहें। इस दौरान देखें कि वह मुस्कुरा पा रहा है या नहीं। आप मरीज से उसके दोनों हाथों को ऊपर उठाने को कहें।
उस समय देखें कि कहीं उसे हाथ उठाने में कमजोरी तो नहीं हो रही है। स्ट्रोक के दौरान आप मरीज को कुछ भी पढ़ने के लिए कहें या उसे कुछ भी बोलने के लिए कहें। इस दौरान ध्यान दें कि कहीं उसे बोलने में तकलीफ तो नहीं हो रही है। अगर इन सब को करने में व्यक्ति को दिक्कत होती है, तो एमर्जेंसी को फौरन फोन लगाएं।