नई दिल्ली। बीते कई वर्षों के रिकॉर्ड को ध्वस्त करने के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून इस सप्ताह दिल्ली से विदा हो जाएगा। ऐसे में पूरे मानसून के साथ रिकॉर्ड की राह पर रही दिल्ली का सफर अधूर साबित हो सकता है। एक जून से लेकर अब तक कुल 1179 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि इससे पहले 1933 में 1190 मिमी बारिश का रिकॉर्ड है। स्काईमेट वेदर के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत के मुताबिक दिल्ली में इस समय मानसून विदाई की राह पर है। आगामी चार अक्टूबर को हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद छह अक्टूबर तक मानसून पूरी तरह से विदाई ले लेगा। ऐसे में मानसून का नया रिकॉर्ड इस बार अधूरा रह सकता है। इससे पहले राजस्थान से मानसून विदाई ले चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से दो अधिक 35.7 व न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन अधिक 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में हवा में नमी का अधिकतम स्तर 95 फीसदी व न्यूनतम स्तर 52 फीसदी दर्ज किया गया। इस वजह से दिनभर लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिली। छुट्टी वाले दिन घरों से बाहर घूमने के लिए निकले लोगों का सूरज के तल्ख तेवरों के कारण बुरा हाल रहा। दिल्ली के अन्य मानक केंद्रों की बात करें तो पालम में 35.4, लोधी रोड में 35.6, रिज में 34.5, आयानगर में 34.1, गुरुग्राम में 35, नोएडा में 34.1 व पीतमपुरा में 36.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 35 व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है। पूरे सप्ताह लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। इस कड़ी में अधिकतम तापमान 35 तक बना रहेगा। वहीं, सप्ताह के अंत तक पारा 36 तक भी पहुंच सकता है।