पर्यटकों को गाड़ियों के टैक्स और टिकट में मिलेगी छूट
उत्तराखंड। राजाजी टाइगर रिजर्व में सफारी के साथ ही वन्यजीवों व पक्षियों को नजदीक से देखने के शौकीन पर्यटकों को अब गाड़ियों के टैक्स और टिकट के रूप में कम भुगतान करना होगा। टाइगर रिजर्व निदेशक की ओर से मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजे गए प्रस्ताव में इस बात की संस्तुति की गई है कि गाड़ियों के टैक्स के रूप में पहले 250 रुपये वसूले जाते थे। जिन्हें अब 150 रुपये किया जाए। जबकि प्रति पर्यटक टिकट के रूप में 150 रुपये की जगह 100 सौ रुपये तय किया जाए। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग को भेजे गए प्रस्ताव में राजाजी टाइगर रिजर्व निदेशक डीके सिंह का कहना है कि जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व में बिजरानी जोन में पर्यटन ट्रैक की लंबाई 70 किलोमीटर, ढिकाला जोन में 110 किलोमीटर, ढेला जोन में 45 किलोमीटर और सीताबनी जोन में 50 किलोमीटर है। इतने लंबे पर्यटन जोन में सफारी करने पर पर्यटकों से गाड़ियों के टैक्स के रूप में 250 रुपये और टिकट के तौर पर 150 लिया जा रहा है। वहीं राजाजी टाइगर रिजर्व में सबसे लंबा पर्यटन जोन चीला है। जिसकी लंबाई मात्र 36 किलोमीटर है। ऐसे में पर्यटकों से टैक्स के रूप में 250 रुपये और टिकट के तौर पर 150 रुपये लिया जाना किसी भी सूरत में उचित नहीं है। टाइगर रिजर्व निदेशक डीके सिंह ने बताया कि पिछले दिनों राजाजी टाइगर रिजर्व खोलने के लिए आशारोड़ी गेट पर आयोजित कार्यक्रम में वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत के समक्ष स्थानीय विधायक विनोद चमोली ने यह मुुद्दा उठाते हुए टैक्स व टिकट के दामों में कमी किए जाने की मांग उठाई थी। वन मंत्री के निर्देश पर का तैयार कर मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेज दिया गया है। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक की स्तर पर प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के साथ ही किराये की नई दरें लागू कर दी जाएंगी।