वाराणसी। स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 के तहत सेवापुरी के भिटकुरी और बड़ागांव के मधुमखियां गांव में दो बायोगैस प्लांट का निर्माण किया जाएगा। 48 लाख रुपये की लागत से तैयार होने वाले प्रत्येक प्लांट से 20 परिवारों को गैस की आपूर्ति की जा सकेगी। इस पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में सोमवार को हुई गोवर्धन समिति की बैठक में मुहर लगाई गई।
आराजीलाइन के शाहंशाहपुर के बाद गोवर्धन परियोजना के तहत दो और कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र (सीबीजी)का निर्माण किया जाएगा। प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि जिले के 111 गो आश्रय स्थलों में मौजूद गोवंशों की संख्या के आधार पर बड़ागांव विकास खंड के मधुमखियां गांव और सेवापुरी विकास खंड के भिटकुरी गांव को सीबीजी के लिए चयन किया गया है, जहां दो बायोगैस प्लांट का निर्माण किया जाएगा।
सीबीजी की क्षमता :-
उपेंद्र ने बताया कि एक प्लांट के निर्माण में 24 लाख रुपये की लागत से 120 वर्ग मीटर में बनने वाले सीबीजी की क्षमता 45 घन मीटर होगी। जिसमें प्रतिदिन 900 से 1200 किलो गोबर के प्रयोग से गैस तैयार किया जाएगा। जिसका इस्तेमाल प्लांट से 200 मीटर दूरी तक 15 से 20 घर के रसोई में सप्लाई किया जा सकेगा।