जम्मू-कश्मीर। चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू के प्रधान अरुण गुप्ता ने कहा कि गैर स्थानीय श्रमिकों की हत्याओं के बाद कश्मीर में मौजूदा गंभीर स्थिति जम्मू क्षेत्र के उद्योग को प्रभावित करेगी। सर्दी में बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने की योजना बदल सकते हैं। श्रमिकों के पलायन से सार्वजनिक क्षेत्र भी प्रभावित होंगे। गुप्ता ने कहा कि कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्याएं निंदनीय हैं और ये घटनाएं पूरे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को गति देने के रास्ते में अड़चन पैदा करेंगी। उपराज्यपाल प्रशासन कश्मीर में बिगड़ते हालात पर नियंत्रण पाने के लिए हत्याओं को रोकने को सक्रिय और प्रेरक कदम उठाए। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए दुबई सरकार से हुए समझौता ज्ञापन के लिए प्रदेश प्रशासन के प्रयासों को सराहा। अन्य मुद्दों में महाजन, खत्री, जैन और सिख समुदाय को न्याय देने के लिए जम्मू कश्मीर भूमि अधिनियम में बदलाव लाने पर जोर दिया। वर्तमान में इन समुदायों पर कृषि भूमि की खरीद और बिक्री पर रोक है। शराब-बार मालिकों को लाइसेंस के नवीनीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। इसके साथ शराब की नई दुकानों की ई नीलामी के कारण अपनी आजीविका गंवाने वाले शराब दुकानों मालिकों का पुनर्वास, छोटे कारोबारियों के हितों को बचाने के लिए रिलायंस रिटेल स्टोर खोलने के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करना, दरबार मूव प्रक्रिया को परिभाषित करना, जम्मू में विभिन्न कालोनियों के निवासियों को जगह खाली करने के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कुछ मुद्दों को हल करने के लिए यूटी प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान चैंबर पदाधिकारियों में अनिल गुप्ता, राजीव गुप्ता, गौरव गुप्ता, राजेश गुप्ता, राजेश गुप्ता मौजूद रहे।