टिप्स एंड ट्रिक्स। डेली डाइट में दही का सेवन काफी आम होता है। दही को पोषक तत्वों का खजाना माना जाता है। मगर क्या आप कर्ड और योगर्ट के बीच में अंतर जानते हैं। जी हां, अधिकतर लोग कर्ड और योगर्ट के फर्क से अनजान रहते हैं। हालांकि अगर आप चाहें तो कुछ आसान तरीकों से न सिर्फ कर्ड और योगर्ट के बीच का अंतर समझ सकते हैं बल्कि दूसरों को भी आसानी से समझा सकते हैं।
अधिकतर लोग कर्ड और योगर्ट को दही समझने की भूल कर देते हैं। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि कर्ड और योगर्ट दोनों अलग-अलग चीजें हैं। वहीं दोनों चीजों के फायदे भी एक-दूसरे से काफी अलग होते हैं। तो चलिए जानते हैं कर्ड और योगर्ट के बीच में अंतर और इनके फायदों के बारे में।
कर्ड और योगर्ट में फर्क :-
दूध को जमाकर घर में तैयार होने वाली दही को कर्ड कहा जाता है। जबकि योगर्ट एक तरह का इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट है जिसे घर पर नहीं बनाया जा सकता है। वहीं कर्ड और योगर्ट बनाने का तरीका भी बिल्कुल अलग होता है।
कर्ड और योगर्ट बनाने का तरीका :-
कर्ड बनाने के लिए दूध को गर्म करके ठंडा किया जाता है। जिसके बाद इसमें दही का जोड़न मिलाया जाता है। ऐसे में दही के जोड़न में मौजूद लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया 5-7 घंटे में दूध को दही में कन्वर्ट कर देते हैं। वहीं योगर्ट को इंडस्ट्री में बनाया जाता है। योगर्ट बनाते समय दो अलग-अलग बैक्टीरिया का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही आर्टिफिशियल फर्मंटेशन प्रोसेस और कुछ फ्लेवर एड करने के बाद योगर्ट बनकर तैयार किया जाता है।
कर्ड और योगर्ट के पोषक तत्वों में अंतर :-
कर्ड और योगर्ट के पोषक तत्वों में भी काफी फर्क होता है। कर्ड में विटामिन बी 6, विटामिन बी 12, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, फास्फोरस और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। वहीं योगर्ट को सोडियम, विटामिन ए और कैल्शियम का बेस्ट सोर्स माना जाता है। साथ ही योगर्ट में दही से ज्यादा कैलोरी भी मौजूद रहती हैं।
कर्ड और योगर्ट का इस्तेमाल :-
दही के अपेक्षा योगर्ट हल्का मीठा होता है। वहीं दही में हल्की खटास देखने को मिलती है। ऐसे में दही का इस्तेमाल किचन की कई रेसिपीज में आम होता है। मगर योगर्ट को हर डिश में मिक्स नहीं किया जा सकता है। हालांकि कर्ड और योगर्ट दोनों को ही गट्स फ्रेंडली बैक्टीरिया माना जाता है।
कर्ड और योगर्ट के फायदे :-
कर्ड और योगर्ट के फायदे भी अलग-अलग है। दही का सेवन हड्डियों और दातों को मजबूत करने के साथ-साथ पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में भी मदद करता है। वहीं योगर्ट खाने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्राल लेवल नियंत्रित होता है। ऐसे में मोटापा कम करने से लेकर ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी कई परेशानियों में योगर्ट का सेवन अच्छा माना जाता है।