युवाओं में तेजी से बढ़ रहे किडनी स्टोन के मामले, जानें इससे बचाव के उपाय

Health tips: गुर्दे में पथरी या किडनी स्टोन के मामले भारत में गंभीर बनते जा रहे हैं. किडनी स्टोन के खास मामले उत्तर भारत में सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं, इसलिए उत्तर भारत, जिसे अब ‘स्टोन बेल्ट’ भी कहा जाने लगा है, वहां यह आंकड़ा 15 प्रतिशत तक पहुंच चुका है. खासतौर पर 20 से 40 वर्ष के युवाओं में स्टोन के मामलों में 30-40 फीसदी तक इजाफा हुआ है. लेकिन लाइफस्टाइल से जुड़ी इस गंभीर बीमारी से राहत के लिए उपाए बताए हैं. आइए जानते हैं आपक कैसे इन्हें अपनाकर राहत पा सकते हैं.

किडनी स्टोन क्या होती है

किडनी स्टोन एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुर्दे के अंदर छोटे-छोटे कठोर खनिज और नमक के क्रिस्टल जमा हो जाते हैं. ये क्रिस्टल कई आकार और आकार के हो सकते हैं, जो रेत के दानों जितने छोटे से लेकर गोल्फ बॉल जितने बड़े हो सकते हैं. पथरी तब बनती है जब मूत्र में खनिज और एसिड की मात्रा असंतुलित हो जाती है, जिससे ये पदार्थ क्रिस्टल के रूप में गुर्दे में जमा होने लगते हैं.

किडनी स्टोन के लक्षण क्या है?
  • यूरिन पास करते समय दर्द और जलन महसूस होना
  • यूरिन के साथ ब्लड आना
  • बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा होना
  • उल्टी और बुखार  होना
  • यूरिन ट्रैक में इंफेक्शन
  • यूरिन के रंग में बदलाव
  • पसलियों के नीचे, किनारे और पीठ में तेज दर्द महसूस होना
जानें बचाव के उपाय
खूब पानी पिएं

पानी पीना किडनी स्टोन से बचाव की सबसे आसान और असरदार तरीका है. भरपूर मात्रा में पानी पीने से यूरीन पतला रहता है और उसमें मिनरल्स के जमने और पत्थरी बनने की संभावना कम हो जाती है. कोशिश करें कि एक दिन में कम से कम 2.5 से 3 लीटर (लगभग 8-10 गिलास) पानी पिएं. अपने यूरीन के रंग पर नजर रखें. यह हल्का पीला या साफ होना चाहिए. गहरा पीला रंग शरीर में पानी की कमी का संकेत है.

डाइट पर खास ध्यान दें

आप क्या खाते हैं, इसका सीधा असर आपके किडनी स्टोन के जोखिम पर पड़ता है. ज्यादा ऑक्सोलेट वाले फूड्स, जैसे- पालक, बीट आदि को ज्यादा मात्रा में खाने से किडनी स्टोन का रिस्क ज्यादा रहता है. इसलिए कोशिश करें कि इन्हें सीमित मात्रा में खाएं. ज्यादा प्रोटीन भी किडनी को नुकसान पहुंचाता है. इसलिए इसकी मात्रा का भी ध्यान रखें. इसके अलावा, ज्यादा नमक खाने से भी पथरी बनने का खतरा रहता है.

खट्टे फल खाएं

नींबू, संतरा, मौसमी जैसे खट्टे फलों में सिट्रिक एसिड पाया जाता है, जो प्राकृतिक रूप से कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोन को बनने से रोकता है. रोजाना एक नींबू का रस पानी में मिलाकर पीना एक बेहतरीन उपाय है.

कैल्शियम की मात्रा का ध्यान रखें

एक आम गलतफहमी है कि किडनी स्टोन होने पर कैल्शियम वाली चीजें नहीं खानी चाहिए. यह सही नहीं है. डाइट में भरपूर मात्रा में कैल्शियम लेना जरूरी है, क्योंकि इसकी कमी होने पर ऑक्सलेट शरीर में ज्यादा अब्जॉर्ब होकर स्टोन का रिस्क बढ़ा सकता है.

नियमित एक्सरसाइज करें

फिजिकली एक्टिव रहना मोटापा कम करने में मदद करता है, जो किडनी स्टोन का एक अहम रिस्क फैक्टर है. नियमित रूप से एक्सरसाइज करना शरीर के मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखता है. हालांकि, ध्यान रखें कि एक्सरसाइज के बाद भरपूर मात्रा में पानी जरूर पिएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.

इसे भी पढ़ें:-टेक ऑफ के दौरान रनवे से उतरा प्राइवेट जेट, झाड़ियों में जा घुसा, SBI हेड भी थे सवार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *