closing ceremony of Geetapress 2023: गीताप्रेस के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह सात जुलाई को आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होगें। इस समारोह के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अपने जोरो-शोरो पर है। गीता प्रेस में स्थित लीला चित्र मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा। वहीं, जर्मन हैंगर वाले पंडाल में प्रधानमंत्री मोदी गीता और गीता प्रेस के महत्व पर बोलेंगे। बता दें कि गीता प्रेस के इस समापन समारोह में करीब तीन सौ से चार सौ विशिष्ट लोगों के शामिल होने की संभावना है।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम कृष्णा करुणेश, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने गीताप्रेस परिसर का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने गीताप्रेस के ट्रस्टियों और प्रबंधन के लोगों के साथ बैठक कर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की रूपरेखा तय की। इसके अलावा पीएम मोदी के परिसर में आने-जाने के रास्ते, परिसर में भ्रमण को लेकर बिंदुवार चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री गीताप्रेस आने के बाद सबसे पहले मंदिर में ही जाएंगे। इसलिए, सभी आला अधिकारियों ने लीला चित्र मंदिर में जाकर निरीक्षण किया और जिम्मेदारों को आवश्यक निर्देश दिए। प्रधानमंत्री आर्ट पेपर पर छपे 225 लीला चित्र वाली पुस्तक शिव महापुराण का विमोचन करेंगे। उनके प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक गीता प्रेस परिसर में भ्रमण करने के दौरान वे छपाई के मशीनों, प्रिंटिंग के कार्यों को देखने के बाद गीता प्रेस के ट्रस्टियों और कर्मचारियों से भी मुलाकात कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि गीता प्रेस के इस समापन समारोह के कार्यक्रम में आने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी पहले ही स्वीकृति दे दी थी, लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय से उनके आगमन की तिथि तय नहीं की गई थी। गीता प्रेस के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब देश के प्रधानमंत्री गीता प्रेस पहुंच रहे हैं। और उनकी स्वागत के तैयारियों में गीता प्रेस प्रबंधन की ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।